तिसरी थाना प्रभारी पर घूसखोरी के गंभीर आरोप, दोषी को छोड़ा, निर्दाेष को पकड़ा
महिला ने एसपी से की प्राथमिकी की मांग, शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना


गिरिडीह। जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के खोरो गांव की सीता देवी ने तिसरी थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए गिरिडीह पुलिस अधीक्षक (एसपी) को आवेदन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। सीता देवी ने मुख्यमंत्री के नाम भी एक ज्ञापन प्रेषित किया है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने थाना प्रभारी और अन्य दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
सीता देवी ने अपने आवेदन में बताया कि उनके भाई सिकंदर तुरी और अन्य लोगों ने शराब तस्करी में लिप्त युगल साव और मनोज कुमार को बिहार शराब ले जाते समय पकड़ा था। इस दौरान अन्य शराब तस्करों के आने पर उनके भाई और अन्य लोग डरकर भाग गए। तिसरी पुलिस शराब तस्करों के साथ सूचना देने वालों को भी पकड़ कर थाने ले गई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने पैसे लेकर दोनों तस्करों को तो रिहा कर दिया, जबकि उनके भाई सिकंदर तुरी और अन्य लोगों को उल्टा जेल भेज दिया।

सीता देवी ने आवेदन में आगे गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि पुलिस ने उनके भाई को छोड़ने के बदले डेढ़ लाख रुपये की मांग की। उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी के कहने पर उन्होंने 50 हजार रुपये सुनील साव नामक एक स्थानीय नेता को दिए, लेकिन इसके बावजूद उनके भाई को रिहा नहीं किया गया।
सीता देवी ने दावा किया कि उनके पास थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा पैसे की मांग और मैनेज करने की बातचीत का रिकॉर्डिंग सहित अन्य साक्ष्य मौजूद हैं। इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर सीता देवी और उनके समर्थकों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
इस घटना ने स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले में गिरिडीह पुलिस कप्तान से बात करने पर उन्होंने कहा कि अभी उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है. फिर भी मामले की जाँच की जाएगी और यदि आरोप सही पाए गए तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी.
सीता देवी ने एसपी और मुख्यमंत्री से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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