विधायक मंजू कुमारी ने प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार व जिला प्रशासन पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
कहा जिला प्रशासन के संरक्षण में संचालित हो रहे अवैध पत्थर खदान, जमुआ और देवरी के अंचल व थानो में है भ्रष्टाचार

गिरिडीह। जिले के जमुआ विधानसभा क्षेत्र के देवरी व जमुआ इलाके में प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत से अवैध रूप पत्थर ख्दान का संचालन किया जा रहा है। जहां आए दिन होने वाले घटनाओं में पेट की आग बुझाने के लिए काम करने वाले मजदूरों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। बावजूद इसके प्रशासन के द्वारा उक्त खदान संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा रही है। उक्त बातें मंगलवार को परिसदन भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए जमुआ विधायक मंजू कुमारी ने कही। प्रेसवार्ता में उनके साथ भाजपा नेता हरमिंन्द्र सिंह बग्गा, आदित्य यादव व संदीप देव भी उपस्थित थे। प्रेसवार्ता के दौरान जमुआ विधायक मंजू कुमारी ने सीधे तौर पर जिला प्रशासन और राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि पूरे झारखंड ही नही बल्कि सिर्फ उनके ही विधानसभा क्षेत्र के देवरी और जमुआ प्रखंड में अवैध रूप से 23 पत्थर खदान संचालित है। जिन्हे सीधे तौर पर जिला प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि जमुआ प्रखंड के दलिया गांव में कुछ दिनो पहले पत्थर खदान पर अपना अधिपत्य स्थापित करने के लिए गोली चलती है और एक व्यक्ति की मौत हो जाती है, लेकिन मामले में जिला प्रशासन सिर्फ केस दर्ज कर खानापूर्ति वाली कार्रवाई करती है। विधायक मंजू कुमारी ने जिले के खनन पदाधिकारी डीएमओ सत्यजीत सिंह से हुए बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि डीएमओ अवैध खदान के मामले में हाथ खड़ा करते हुए कहते है कि उन्हें इलाके में संचालित अवैध खदानों के बाबत कोई जानकारी नही है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस पदाधिकारी को उनकी जवाबदेही तक की जानकारी नही है, तो वें पद पर क्यूं बैठे है। विधायक मंजू कुमारी ने कहा कि दलिया गांव के पत्थर खदान का कोई नया मामला नही है इससे पहले भी कई घटना हो चुकी है। लेकिन संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही होना मामले में जिला प्रशासन के भ्रष्ट व्यवस्था को दर्शाती है।


प्रेसवार्ता के दौरान जमुआ विधायक मंजू कुमारी देवरी और जमुआ के अंचल कार्यालय व थानों में बड़े पैमाने जारी भ्रष्टाचार पर बोलते हुए कहा कि जनता के द्वारा कई शिकायते उन्हें मिली है। अंचल कार्यालय हो या फिर थाना ही क्यूं न हो बगैर घुस दिए किसी आवेदन पर कोई कार्रवाई तक नही होती है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर वे विधनसभा में सवाल उठायेंगी और इसके बाद भी कोई कार्रवाई नही होती है तो विधि व्यस्था के मुद्दे पर वो आंदोलन भी करेंगी, वो चुप नही बैठने वालीं, जनता के प्रति उनकी जवाबदेही है।
