बालमुकुंद फैक्ट्री में काम करने गए एक मजदूर की हुई मौत, मौत के कारणों का नही चला पता
परिजनों को ठिकेदार ने कॉल कर दी थी सूचना
गिरिडीह। गिरिडीह के औद्योगिक क्षेत्र चतरो में संचालित बालमुकुंद फैक्ट्री में एक बार फिर एक मजदूर की मौत हो गई है। मृतक मजदूर का नाम बिरेन्द्र यादव था और वह ठिकेदार के रूम में ही रहता था। बताया जाता है कि मृतक वीरेंद्र था मृतक मजदूर 9 जून की रात फैक्ट्री काम करने गया उसके बाद से घर वापस नहीं लौटा। फैक्ट्री के ठेकेदार का फोन आया की वीरेंद्र पीछे गिरा पड़ा है जब उसके जीजा जी वहां पहुंचे तो पता चला की बॉडी को लेकर सदर अस्पताल चले गए हैं जब वह सदर अस्पताल पहुंचे तो देखें कि वीरेंद्र की मौत हो चुकी है।
परिजनों ने बताया कि रविवार को वह नाईट शिफ्ट काम पर गया हुआ था। सोमवार की सुबह वह काम पर से वापस नही लौटा तो मृतक का भाई और जीजा विरेन्द्र के मांबाईल पर कॉल किया, लेकिन कॉल नही लगा। वहीं मंगलवार को ठिकेदार ने कॉल कर परिजनों को बताया की बिरेन्द्र का शव प्लांट के पीछे वाले हिस्से में पड़ा हुआ था। जब तक परिजन प्लांट पहुंचे तब तक पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया था। मजदूर की मौत कैसे हुई कहां हुई इस बात का पता नहीं चल पाया है।
इधर परिजनों द्वारा मुआवजे की मांग करने पर संवेदक के द्वारा 1 लाख 50 हजार दिया गया। वहीं फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से फिलहाल क्रियाक्रम के लिए 20 हजार दिया गया है।
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