Nav Bihan
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निगम क्षेत्र में बने आधे से अधिक शौचालय जनहित में उपयोगी नही, लटका रहता है ताला

वर्ष 2017-18 में करीब एक करोड़ की लागत से बने थे दस शौचालय एक माह के अंदर सभी शौचालय को किया जायेगा दुरूस्त: नगर उपआयुक्त

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गिरिडीह। शहर में नगर निगम की ओर से स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2017-18 में अलग-अलग स्थानों पर 10 सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया था। जिसमें से सिर्फ 4 शौचालय ही उपयोग में है। जबकि 6 शौचालय पूरी तरह से बेकार पड़ा हुआ है। शौचालय में हमेशा ताला लटका रहता है, जिसके कारण आम लोग उसका उपयोग भी नही कर सकते है। जबकि सरकार द्वारा एक सामुदायिक शौचालय के निर्माण में करीब दस लाख रूपये खर्च की थी।ऐसे में 6 सामुदायिक शौचालय के निर्माण में खर्च की गई करीब 60 लाख रुपए पूरी तरह से बर्बाद होता दिख रहा है। सामुदायिक शौचालय की हालत इतनी खराब है कि वहां पर लोग जाना नहीं चाहते हैं। निगम की ओर से उसके संचालन को लेकर भी कोई भी पहल नहीं की जा रही है। परिणाम स्वरूप शौचालय भवन की हालत जर्जर होती जा रही है। शहर के सब्जी मार्केट, झींझरी मुहल्ला, पचंबा स्थित बुढवा तालाब, सोना आहरा के समीप, बरमसिया स्थित श्मशान घाट उसरी नदी तट के किनारे बने शौचालय तो झाड़ियां में छुप गई है जो अब दूर से दिखाई भी नहीं देता है। यूं कहा जाये कि निगम के फाइलों में शौचालय की लिस्ट तो है, लेकिन आम लोगों के लिए उपयोगी नही है।

इधर नगर निगम के उपनगर आयुक्त प्रशांत कुमार लायक ने कहा कि सभी शौचालयों को चिन्हित किया जायेगा। कहा कि आने वाले एक महीने में सभी शौचालय को दुरुस्त करते हुए उसे चालू करने की दिशा में पहल करेंगे ताकि सभी शौचालय से आम लोगों को लाभ मिल सके।

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