गिरिडीह के पूर्व सांसद रवीन्द्र पांडेय का जागा कांग्रेसी मोह, कांग्रेस के टिकट पर धनबाद से लड़ सकते हैं चुनाव
कांग्रेस के दिल्ली दरबार में लगा रहे हैं हाज़िरी, झारखंड प्रभारी के साथ हो रही वार्ता रांची के पूर्व सांसद भी दिल्ली में जमे, रांची से कांग्रेस के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
रिंकेश कुमार
गिरिडीह। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही टिकट के लिए नेताजी द्वारे द्वारे परिक्रमा करने लगे हैं। इसी क्रम में एक ओर जहां रांची लोकसभा से भाजपा के पूर्व सांसद रह चुके रामटहल चौधरी कांग्रेस का दरवाजा खटखटा रहे हैं, वहीं गिरिडीह लोकसभा से पांच बार सांसद रहे रवीन्द्र पांडेय का भी एक बार फिर कांग्रेसी मोह उबाल मारने लगा है। दोनों ही नेता फिलहाल दिल्ली में कांग्रेस के दरबार में हाजिरी लगाए हुए हैं और झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर से मुलाकात कर रहे हैं। माना जा रहा है कि दोनो ही नेता टिकट मिलने की स्थिति में कांग्रेस में शामिल हो सकते है। सूत्रों की माने तो गिरिडीह के पूर्व सांसद रहे रवीन्द्र पांडेय जहां धनबाद लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं, वहीं वर्ष 2019 में टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से इस्तीफ़ा देने वाले राम टहल चौधरी रांची लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
पाण्डेय जी का कांग्रेस से रहा है पुराना नाता
गिरिडीह लोकसभा से भाजपा के टिकट पर पांच बार सांसद रह चुके रवीन्द्र पांडेय का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है। यूं कहा जाये कि उनके पूर्वज पूरी तरह से कांग्रेसी रहे है। 1996 में टिकट नही मिलने के कारण वे भाजपा में शामिल हुए और पहली बार भाजपा के टिकट पर गिरिडीह लोकसभा से चुनाव लड़ते हुए जनता दल के सबा अहमद को हराकर जीत हासिल की थी। वहीं 1998 में कांग्रेस के राजेन्द्र प्रसाद सिंह को हराकर दूसरी बार गिरिडीह लोकसभा से सांसद चुने गए। 1999 में हुए चुनाव में भी उन्होंने अपनी सीट को बरकरार रखा, लेकिन 2004 में झामुमो के टेकलाल महतो से चुनाव हार गए थे। हालांकि 2009 में श्री पांडेय टेकलाल महतो को हराकर एक बार फिर गिरिडीह लोकसभा से निर्वाचित हुए और 2014 में भी झामुमो को जगरनाथ महतो को हराकर पांचवी बार गिरिडीह लोकसभा से सांसद चुने गए थे. लेकिन 2019 में गिरिडीह लोकसभा सीट एनडीए गठबंधन के तहत आजसू के खाते में जाने के कारण वे टिकट से वंचित हो गए और इस बार 2024 के चुनाव में भी संभावना जताई जा रही है कि गठबंधन के तहत गिरिडीह लोकसभा से आजसू का ही उम्मीदवार होगा। अब ऐसे हालात में रवीन्द्र पांडेय कांग्रेस का रूख कर रहे हैं।