गांडेय विधानसभा में क्या गुल खिलाएगी आजसू की नाराजगी या गठबंधन धर्म निभायेगी आजसू पार्टी
शिकायतें तो कई हैं, पर क्या करें गठबंधन की मजबूरी है : सुदेश महतो
आलोक रंजन
गिरिडीह : गांडेय विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की उम्मीदवारी पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पहली बार मुंह खोला है और बड़ा बयान दिया है। उनके इस बयान से एनडीए में खलबली है। रविवार को गांडेय के बेंगाबाद में आयोजित आजसू के ग्राम एवं बूथ प्रभारी कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने आये आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि भाजपा ने गांडेय में अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा काफी जल्दबाजी में की है और इसको लेकर उनसे कोई रायशुमारी नहीं की गई। भाजपा के इस कदम से वे हैरान भी हैं और उन्हें इस बात की शिकायत भी है। पर क्या करें, गठबंधन की अपनी मजबूरियां हैं और अपनी शिकायत वे उचित समय पर और उचित पटल पर ही रखेंगे।
सुदेश महतो ने ये भी कहा कि गांडेय में आजसू के महासचिव अर्जुन बैठा ने पार्टी को मजबूत करने में काफी मेहनत की है। इसलिए चुनाव लड़ने की उनकी उम्मीदों को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। लेकिन राजनीतिक हालात में कई बार समझौता करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार को आजसू समर्थन जरूर करेगा, लेकिन बीजेपी ने उम्मीदवार तय करने से पहले आजसू से राय मशविरा तक नहीं किया, इसकी शिकायत मुझे है और उचित फोरम में ये बात मैं रखूंगा।
रविवार को गांडेय विधानसभा क्षेत्र के बेंगाबाद में आजसू का कार्यक्रम और फिर आजसू सुप्रीमो का बयान, इसके कई मायने हैं। ग्राम एवं बूथ प्रभारी कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से आजसू ने भाजपा को ये सन्देश देने का प्रयास किया कि गांडेय में उसकी ताकत को कम करके नहीं आँका जा सकता, साथ ही सुदेश महतो ने अपनी नाराजगी जाहिर कर ये बताने का भी प्रयास किया कि भले ही गठबंधन में भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है, पर निर्णय लेने में छोटे भाई से रायशुमारी ज़रूरी है। इतना ही नहीं, अपने तेवर से उन्होंने गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी की उम्मीदवारी को लेकर भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी और उनके द्वारा जहां – तहां की जा रही बयानबाजी को लेकर भी ये बताने का प्रयास किया है कि भाजपा के लोग गठबंधन धर्म निभाएं और आजसू प्रत्याशी का साथ दें।
गांडेय में कल्पना सोरेन के मैदान में होने की प्रबल सम्भावना से यह सीट पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गई है। इस सीट को लेकर एनडीए के घटक दल आजसू के सुप्रीमो ने अब खुल कर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है। हालांकि उन्होंने अभी तक ये ज़रूर कहा है कि उनका लक्ष्य एनडीए को जीत दिलाना है और उनकी पार्टी एनडीए का अटूट हिस्सा है। इन सभी हालात में, और बनते – बिगड़ते समीकरणों ने गांडेय उपचुनाव को काफी रोचक बना दिया है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि बदले हालात में इस विधान सभा क्षेत्र में आजसू की क्या भूमिका होगी।
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