एसएसभीएम में हुआ सप्त शक्ति संगम का आयोजन
महिलाओं में श्रीमद् भागवत गीता में वर्णित सात शक्तियों को जागृत करना सप्त शक्ति संगम का उद्देश्य: पूनम बरनवाल

गिरिडीह। बरगंडा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शुक्रवार को सप्त शक्ति संगम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुटुम्ब प्रबोधन आरएसएस प्रांतीय टोली सदस्य पूनम बरनवाल, जिला संयोजिका स्वाति सिंह, मीरा तिवारी एवं सरिता कुमारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। विद्यालय की छात्राओं ने हम ही मातृ शक्ति हैं गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। कार्यक्रम में सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी के विजेता महिलाओं को पुरस्कार एवं पूर्व छात्र के दो माताओं और अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। विषय प्रवेश कराते हुए सरिता कुमारी ने कहा कि सप्त शक्ति संगम का लक्ष्य महिलाओं में श्रीमद् भागवत गीता में वर्णित सात शक्तियों कृति, श्री, वाक, स्मृति, मेधा, धृति और क्षमा को जागृत करना है।



कार्यक्रम की मुख्य वक्ता मीरा तिवारी ने कहा कि मातृ शक्ति अपनी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपनी बेटियों एवं बच्चों को अच्छे संस्कार के साथ-साथ स्व का भाव जागृत करें। इसके साथ ही परिवार में पर्यावरण की सुरक्षा, सामाजिक चेतना और स्वच्छता की भावना भी हो -ऐसा प्रयास करना चाहिए। वर्तमान समय में प्राचीन वैवाहिक परंपराओं से लोग दूर होकर पाश्चात्य सभ्यता का अंधानुकरण कर रहे हैं। समाज में पुनः भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को पुनर्स्थापित करना आवश्यक हो गया है। वहीं पूनम बरनवाल ने कहा कि वर्तमान समय में संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर संपूर्ण भारत में सप्त शक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। हमारा घर कैसे शक्तिमय, भक्तिमय व आनंदमय हो-यह चिंतन का विषय है। कहा कि सप्ताह में कम से कम एक बार परिवार जनों को एक साथ बैठकर भोजन भजन सत्संग और संवाद करना चाहिए। कहा कि परिवार में मधुरता का वातावरण बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका होती है।

