खण्डोली डैम बचाओं अभियान के तहत सड़क पर उतरे जेएलकेएम के नेता व ग्रामीण, बेंगाबाद अंचलाधिकारी का फूंका पुतला
अंडा व मशरूम प्लांट से निकलने वाले रसायनयुक्त अपशिष्ठ पदार्थ से खंडोली डैम को बचाने की अपील, खंडोली जलाशय के अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जे के मामले की जांच की की मांग


गिरिडीह। खण्डोली जलाशय के अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जा कर अंडा व मशरूम के प्लांट संचालन से होने वाले पर्यावरण और जलश्रोत प्रदूषण तथा प्रशासनिक मिली भगत के खिलाफ बुधवार को झारखण्ड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केन्द्रीय संगठन सचिव नागेन्द्र चन्द्रवंशी के नेतृत्व खंडोली बचाओ अभियान के तहत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान झण्डा मैदान से सभी जुलूस के रूप में निकले और शहरी क्षेत्र का भ्रमण करते हुए टॉवर चौक पहुंचे, जहां बेंगाबाद अंचलाधिकारी का पुतला दहन किया। इस दौरान ग्रामीण खण्डोली जलाशय के अधिकृत भूमि पर अवैध कब्जा को अविलंब हटाने, अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जा और अंचल कार्यालय से निर्गत लगान में बेंगाबाद अंचलाधिकारी की भूमिका की निष्पक्ष जांच कराने, जलाशय के पानी की गुणवत्ता की जांच कराने और जलाशय को सुरक्षित करने, खण्डोली जलाशय के अधिग्रहित भूमि के सीमांकन पिलरौग करने की मांग कर रहे थे।
मौके पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे जेएलकेएम के केन्द्रीय संगठन सचिव नागेन्द्र चन्द्रवंशी ने कहा कि बेंगाबाद थाना क्षेत्र के खण्डोली जलाशय से सटे बरियारपुर, भोजदाहा गांव में तत्कालीन बेंगाबाद अंचलाधिकारी की मिलीभगत से खण्डोली जलाशय के लिए अधिग्रहित भूमि पर अवैध अंडा व मशरूम का प्लांट स्थापित कर दिया गया है। इस प्लांट के स्थापित हो जाने से खण्डोली, भोजदाहा, सिमराढाब, करणपुरा, धोबनी, बरियारपुर सहित आसपास के इलाकों में बदबू और गंदगी फैल रही है। कहा कि प्लांट से निकलने वाले कचरे के कारण वायु और जल प्रदूषण हो रहा है, जिससे ग्रामीणों में त्वचा, स्वांस और पेट से संबंधित बिमारियां बढ़ रही है। कहा कि प्लांट से निकलने वाले रसायनयुक्त अपशिष्ट पदार्थ को आसपास के खाली जमीन पर फैलाया जाता है, इतना ही नहीं प्लांट से निकलने वाले गंदे कीड़े लगे व रसायनयुक्त पानी को सीधे खण्डोली जलाशय में बहाया जाता है। जलाशय का पानी नगर निगम के सभी वार्डों में पेयजल के लिए आपूर्ति की जाती है। जिसे पीने के लिए लोग मजबूर है। उन्होंने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन अविलंब कार्रवाई नहीं करती है, तो जल्द ही शहरवासी गंभीर बिमारियों के शिकार हो जाएगे।


मौके पर मौजूद मुखिया सिदिक अंसारी ने कहा कि इस मामले को लेकर जब प्लांट संचालक को ऐसा करने से मना किया जाता है तो प्लांट संचालक दबंगई करते हुए डराने और धमकाने का काम करते है। कहा कि बेंगाबाद अंचलाधिकारी ने अवैध तरीके से अधिग्रहित भूमि को दबंगों के नाम कर दिया है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कहा कि पूर्व में भी उपायुक्त को आवेदन देकर मामले को संज्ञान में लेने की अपील की गई थी, लेकिन मामले में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। उन्होने जिला प्रशासन से अवैध कब्जा को अविलंब हटाने, पूरे मामले की निष्पक्ष जांच उच्च स्तरीय जांच कमिटी से कराने, संबंधित प्रशासनिक अधिकारी की भूमिका की जांच कराने, दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने, जलाशय के पानी की गुणवत्ता की जांच कराने और उसे सुरक्षित करने की मांग की।
प्रदर्शन में जेएलकेएम के आकाश विश्वकर्मा, अर्जुन पंडित, वतन शाह, दीपक यादव, सिद्धार्थ रंजन, दिग्विजय सिंह, मोहमद एहसानउल हक, रंजन मंडल, सुभाष यादव, अशोक यादव, मिहिर चंद्रवंशी, भुनेश्वर दास, संदीप मल्लाह, विकाश झारखंडी, गोपी दास, देवंती कुमारी, मुकेश यादव, अजय दास, नदीम आरिफ, अमीर राजा, इमरान अंसारी, सूरज यादव, राजेश राय, राजेश रवानी, प्रवीण वर्मा, स्थानीय ग्रामीण इब्राहिम अंसारी, याकुब अंसारी, युनूस अंसारी, महबूब अंसारी, सादिक अंसारी, सहाबुद्दीन अंसारी, गाजो सिंह, शमीम अंसारी, पांचू मियां, सलीम अंसारी, आजाद अंसारी, शंकर दास, बिरजू दास, इमामुद्दीन अंसारी, सदीक मियां, शमीम अंसारी, झगर साव, दरोगी सिंह, लियाकत खान, समा अख्तर, सलामत अंसारी, शिवलाल मुर्मू, बाबूराम बेसरा, शंकर ठाकुर, सुशील हांसदा, आरीफ अंसारी सहित खण्डोली, भोजदाहा, सिमराढाब, करणपुरा, धोबनी, बरियारपुर, महेशमुण्डा, मधवाडीह, लालपुर से काफी संख्या में आए ग्रामीणों के अलावे शहर के लोग भी उपस्थित थे।

Comments are closed.