बाल श्रम निषेध दिवस, तीन बाल श्रमिक कराए गए मुक्त
गिरिडीह के बगोदर और सरिया में चलाया गया अभियान


12 जून 2025 को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर गिरिडीह के बगोदर में विशेष अभियान के तहत तीन बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बसंत महतो के नेतृत्व में धावा दल ने सरिया रोड के तलेबर होटल और मंडल भोजनालय से तीन नाबालिग बच्चों को कप-प्लेट धोने व साफ-सफाई जैसे कार्यों से मुक्त कराया। बच्चों को बाल कल्याण समिति, गिरिडीह के समक्ष प्रस्तुत किया गया।अभियान में बगोदर थाना, जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन, और बनवासी विकास आश्रम के कार्यकर्ता शामिल थे।

यह अभियान राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के निर्देश पर 12 से 30 जून 2025 तक चलाया जा रहा है, जिसका लक्ष्य बाल श्रम उन्मूलन और पुनर्वास है। NCPCR का “अखिल भारतीय बचाव एवं पुनर्वास अभियान” 1 जून से 31 अगस्त 2025 तक चलेगा, जिसमें बाल एवं किशोर श्रमिकों और सड़क पर रहने वाले बच्चों को बचाने पर जोर है।बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन मिशन के गठन की मांग की, जिसमें जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने पर बल दिया। गिरिडीह को बाल श्रम मुक्त जिला बनाने का संकल्प भी दोहराया गया।

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