Nav Bihan
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श्री कबीर ज्ञान मंदिर में मनाया गया सतगुरू मां ज्ञान का जन्मोत्सव, रक्तदान महायज्ञ सहित कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन

रक्तदान शिविर में मां ज्ञान के अनुयायियों ने 721 यूनिट किया रक्तसंग्रह, महिला रक्तदाताओं की संख्या रही 270

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गिरिडीह। श्री कबीर ज्ञान मंदिर में भाद्र शुक्ल चतुर्थी को सद्गुरु मां ज्ञान का जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट के तत्वाधान में रक्तदान महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें विगत वर्षों के सभी रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इस वर्ष 721 यूनिट रक्तसंग्रह किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत सद्गुरु मां ज्ञान के पूजन वंदन से की गई। जिसमें सैंकड़ों की संख्या में मां ज्ञान के अनुयायी पंक्तिबद्ध होकर अपने आराध्य का पूजन किया।

 

इस अवसर पर सद्गुरु मां द्वारा रचित कबीर वाणी में रहस्यमई अध्यात्म नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। सद्गुरु मां द्वारा बताया गया कि इसमें सदगुरु कबीर की वाणीयों का एक अनोखा दृष्टिकौन है, जो वर्तमान परिपेक्ष में मानव को आध्यात्म के प्रति एक नई दिशा प्रदान करेगी। इसे पढ़कर हम जान पाएंगे कि घर, परिवार और समाज में रहते हुए, अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए व्यक्ति कैसे अध्यात्म की गहराइयों में उतर सकता है। वहीं शाम को नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व नाट्य मंचन की प्रस्तुति की गई।

कार्यक्रम के बताया गया कि प्रत्येक वर्ष सद्गुरु मां के जन्मोत्सव पर रक्तदान का आयोजन किया जाता है जिसमें उनके अनुयायी पूरे उत्साह क ेसाथ भाग लेते है और रक्तदान करते है। बुधवार को रक्तदान शिविर में सबसे खास और महत्वपूर्ण बात यह रही की कुल 721 यूनिट रक्तदान में 270 बहनों ने रक्तदान किया, जो महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है।

वहीं लोगों के प्रेरणा स्रोत सतगुरु मां ने कहा कि बहने परिवार की वो स्तंभ है जिनके स्वस्थ रहने से पूरा परिवार स्वस्थ रहेगा। सतगुरु मां ने कहा कि जिस प्रकार मेहंदी बांटने वालों के हाथ भी मेहंदी से रंग जाते हैं ठीक उसी प्रकार रक्तदान ऐसा दान है जिसे देने से देने वाले को भी अप्रत्याशित लाभ होता है उनके जीवन और स्वास्थ्य में सुधार और विभिन्न असंभावित जांच भी हो जाती है। रक्तदान करने से हम एक साथ कई जिंदगी की सुरक्षा करते हैं जब किसी परिवार के किसी भी सदस्य को रक्त की आवश्यकता होती है तो उनकी मनस्थिति क्या होती है यह वही समझ सकते हैं, जो कभी इस दौर से गुजरा हो। वैसी स्थिति में जब उन्हें हमारा रक्त मिलता है तो अनजाने में हमें उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रत कुमार मित्रा, सेवानिवृत आईस रामानंद सिंह, आईएमए के अध्यक्ष डॉ. रितेश सिन्हा, रेडक्रॉस के अध्यक्ष अरविंद कुमार, सुबोध प्रकाश, माहुरी वैश्य महामंडल के अध्यक्ष राजेश गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, डॉ विकास माथुर, ब्लड बैंक प्रभारी, डॉ सोहल, मदन लाल विश्वकर्मा, ट्रस्ट से अरुण माथुर, अशोक राम, सेवानिवृत्ति फौजी जनार्दन राय, किशोर सिंह एवं समाज की कई प्रबुद्ध व्यक्ति उपस्थित हुए।

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