सुखलाल महतो के परिजनों के मांगों सहमति बनने के बाद धरना हुआ समाप्त, विधायक जयराम महतो ने जांच टीम के साथ की वार्ता


गिरिडीह : डुमरी के बलथरिया के पंचायत सचिव सुखलाल महतो की रांची रिम्स में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद उनके शव को रविवार देर रात डुमरी लाया गया। शव के प्रखंड मुख्यालय पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया और स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क उठा। जेएलकेएम के बैनर तले परिजनों और स्थानीय जनप्रतिनिधि रविवार रात से ही प्रखंड मुख्यालय के सामने शव के साथ धरने पर बैठ गए।सोमवार सुबह डुमरी विधायक जयराम महतो धरने में शामिल हुए और उनके नेतृत्व में उपायुक्त द्वारा गठित जांच टीम, जिसका नेतृत्व डुमरी एसडीएम संतोष गुप्ता कर रहे थे, के साथ वार्ता हुई। वार्ता में परिजनों की सभी मांगें मान ली गईं। विधायक जयराम महतो ने बताया कि सुखलाल महतो के सुसाइड नोट में डुमरी बीडीओ सहित तीन लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया था। इन चारों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करने और मृतक के बेटे को 15 दिनों के भीतर नौकरी देने पर सहमति बनी।
प्रशासन द्वारा सभी मांगें स्वीकार किए जाने के बाद विधायक ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। धरना समाप्त होने के बाद परिजन सुखलाल महतो का अंतिम संस्कार करने के लिए कुलगो नदी के घाट पर ले गए।


इस घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा था। विधायक जयराम महतो की मध्यस्थता और जांच टीम की त्वरित कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित किया गया।
सुखलाल महतो की मौत ने क्षेत्र में प्रशासनिक जवाबदेही और कर्मचारियों पर कार्यस्थल के दबाव को लेकर चर्चा छेड़ दी है। इस घटना के बाद प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच और कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

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