डुमरी में जयराम महतो की जनसभा, उमड़ा जनसैलाब, एक झलक पाने को आतुर दिखे लोग
ये झारखण्ड और झारखंडी अस्मिता की लड़ाई है : जयराम महतो


गिरिडीह : गिरिडीह से झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के सुप्रीमो जयराम महतो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और लगातार रैलियां व जनसभाएं भी कर रहे हैं. इसी कड़ी में जयराम महतो ने डुमरी में रैली के साथ-साथ विशाल जनसभा की. डुमरी के फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित इस जनसभा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. क्या बूढ़े, क्या बच्चे और क्या जवान, सभी जयराम महतो की एक झलक पाने और उनका भाषण सुनने को लालायित दिखे.
रैली के दरम्यान महिलाओं ने जगह-जगह रोक कर जयराम महतो की आरती उतारी, उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. अलग-गाड़ियों में सवार समर्थक और पैदल चलते लोग झूमते गाते इस रैली का हिस्सा थे. डुमरी इलाके का भ्रमण करने के साथ-साथ लोगों का अभिवादन स्वीकार करते जयराम महतो का काफिला डुमरी फुटबॉल ग्राउंड पहुंचा. यहाँ पहले से ही जमा लोगों को संबोधित करते हुए जयराम महतो ने अपने ही अंदाज़ में लोगों से ना सिर्फ उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की, बल्कि विपक्षियों पर जम कर बरसे.
सभा में बोलते हुए जयराम महतो ने कहा कि अब तक सभी दलों ने झारखण्ड को लूटने का काम किया है. यहाँ की खनिज संपदा को लूट – लूट कर सभी मालामाल हो गए पर झारखंडी अस्मिता और इसकी पहचान की लड़ाई किसी ने नहीं लड़ी. वे राजनीति करने के लिए चुनावी मैदान में नहीं आये हैं, बल्कि उनके लिए ये झारखंडी अस्मिता और पहचान की लड़ाई है. उन्होंने प्रदेश और केंद्र, दोनों ही सरकारों पर जम कर हमला बोला और कहा कि झारखण्ड के लोगों को बचाना है तो 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीयता नीति बनाना ही होगा. वे यहाँ बाहरी और भीतरी की बात करने नहीं आये हैं और ना ही उनकी किसीसे कोई लड़ाई है, पर वे झारखण्ड और झारखंडी की बाते ज़रूर करने आये हैं. उन्होंने लोगों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की ताकि वे झारखण्ड को लेकर नीति बनाने में अहम् भूमिका निभा सकें.

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