Nav Bihan
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विधानसभा चुनाव से पूर्व राजेश यादव ने भाकपा माले के सभी पदों से दिया इस्तीफा

कहा जनप्रतिनिधियों के सिर्फ चेहरे बदले व्यवस्था में नही हुआ बदलाव गांडेय विधानसभा क्षेत्र में जन संघर्ष को बढ़ाएंगे आगे, लड़ेगे चुनाव: राजेश यादव

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गिरिडीह। जहां एक ओर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में जूटे गए है। वहीं गांडेय विधानसभा में जनता के बीच गहरी पैठ रखने वाले राजेश यादव ने भाकपा माले के झारखंड राज्य कमिटी के सदस्य व जिला कमिटी एवं जिला स्थाई कमिटी के सदस्य सहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही, भाकपा माले के जन संगठन अखिल भारतीय किसान महासभा के झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष पद तथा राष्ट्रीय परिषद सदस्य से भी इस्तीफा दे दिया है।

 

सरकारी शिक्षक सेवा को त्याग कर राजेश यादव ने दिसंबर 2004 में कॉमरेड महेंद्र सिंह से प्रेरित होकर माले में शामिल हुए थे। वे लगातार गिरिडीह-बेंगाबाद-गांडेय इलाके में जन संघर्ष के रास्ते जनता के लिए ईमानदारी पूर्वक कार्य करते रहे थे। इस दौरान उनके ऊपर कई केस-मुकदमे भी हुए। बावजूद इसके वे अपने कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ते रहे और जनता की समस्याओं के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे। जानकारी के अनुसार श्री यादव गिरिडीह में 1990 में आइसा के संस्थापक सदस्य व जिला संयोजक भी रहे चुके है। वर्तमान में सिद्धु कान्हू जनसंर्घष संगठन के संरक्षक है।

श्री यादव चुनावी मैदान में भी लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे है। उन्होंने गांडेय विधानसभा से वर्ष 2005 में पहली बार चुनाव लड़ा और 6070 वोट प्राप्त किए। वहीं 2009 में 18 हजार 497, 2014 में 11 हजार 200 व 20019 में 7 हजार 500 वोट प्राप्त किए थे। वहीं 2010 में जिला परिषद सदस्य चुने गए।

हालांकि हाल के वर्षों में इंडी गठबंधन में माले के शामिल होने व गांडेय विधानसभा सीट झामुमो के खाते में जाने से वे असहज महसूस कर रहे थे। गांडेय विधानसभा क्षेत्र से ज्यादातर समय झामुमो को ही नेतृत्व करने का मौका मिला। बावजूद क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, जिसे लेकर राजेश यादव हमेशा आवाज बूलंद करते रहे है। श्री यादव की माने तो क्षेत्र की जनता विभिन्न तरह की समस्याओं सहित जन प्रतिनिधियों की संवेदनहीनता से त्रस्त है और ठगा हुआ महसूस कर रही है।

उन्होंने कहा कि वे क्षेत्र की जनता और अपने साथियों के साथ विमर्श करने के बाद ही यह चुनौतीपूर्ण फैसला लिया है। कहा कि वे पूर्व की भांति क्षेत्र की जनता के साथ खड़े रहेंगे और क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को लेकर आवाज उठाते रहेंगे। जनता के लिए संघर्ष करते रहे है और आगे भी करते रहेंगे। कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव भी जनसंर्घष का एक पार्ट है, जनता का सहयोग व समर्थन से इस चुनावी पार्ट में भी हिस्सा लेंगे।

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