राज्यसभा पहुंचे प्रदीप वर्मा और सरफ़राज़ अहमद, निर्विरोध चुने गए एनडीए और इंडिया के प्रत्याशी
तीन मई को झारखंड के दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल हो रहा है समाप्त राज्यसभा, लोकसभा, विधानसभा व विधानपरिषद के सदस्य बनने वाले झारखंड के पहले जनप्रतिनिधि बने डॉ सरफराज
रिंकेश कुमार
रांची। झारखंड से राज्यसभा के लिए गुरुवार को हुए चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद निर्विरोध निर्वाचित किए गए हैं। 14 मार्च को राज्यसभा चुनाव के लिए नाम वापसी की आखिरी तारीख थी। जबकि सत्ता पक्ष व विपक्ष से दो ही प्रत्याशी थे। ऐसे में गुरुवार को दोनों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
झारखंड बीजेपी ने पार्टी के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था। वहीं झामुमो के पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद को इंडिया गठबंधन से साझा उम्मीदवार बनाया गया था। राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद दोनों ही जनप्रतिनिधियों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
विदित हो कि तीन मई 2024 को झारखंड के दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा था। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू और बीजेपी के समीर उरांव हैं। ऐसे में 11 मार्च को राज्यसभा चुनाव को लेकर बीजेपी प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन से प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद ने नामांकन दाखिल किया था। इन दोनों के अलावा और किसी ने भी नामांकन नहीं किया, ऐसे में दो पदों के लिए सिर्फ दो ही प्रत्याशी होने के कारण नाम वापसी के अंतिम दिन दोनों प्रत्याशियों को निर्विरोध राज्यसभा सदस्य घोषित कर दिया गया।
राज्यसभा सांसद बनने के साथ ही डॉ सरफराज अहमद झारखंड के पहले ऐसे जनप्रतिनिधि बन गए हैं, जो विधान परिषद, विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा, यानि चारों ही सदनों के सदस्य बने हैं। वर्ष 1980 में गांडेय विधानसभा से कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ कर पहली बार विधायक और राज्य के उप शिक्षा राज्य मंत्री बने थे। इसके बाद वर्ष 1984 में देश मे हुए आम चुनाव में उन्होंने गिरिडीह लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़कर जीत हासिल की और लोकसभा के सदस्य बने। वर्ष 1997 में बिहार विधान परिषद के सदस्य भी बनाए गए। वहीं वर्ष 2000 में झारखंड राज्य अलग होने के बाद वर्ष 2010 के चुनाव में कांग्रेस-झाविमो गठबंधन के तहत चुनाव लड़े और झारखंड विधानसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। वर्ष 2019 में उन्होंने झामुमो के टिकट पर गांडेय विधानसभा से चुनाव लड़ा और झारखंड विधानसभा के सदस्य बने। हालांकि राज्य की बदली राजनीतिक परिस्थितियों के बीच उन्होंने 31 दिसंबर 2023 को विधायक पद से इस्तीफ़ा दे दिया था और अब वे झामुमो से ही राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं।