फाइनेंस कंपनी के टॉर्चर के बाद लोन धारी के पति ने खाया जहर
समय पर इलाज से बची जान, माले नेता ने की परिजनों से मुलाकात
गिरिडीह : गिरिडीह जिले में इन दिनों कई प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों द्वारा लोगों को ऊंची ब्याज दर पर ऋण मुहैया कराया जा रहा है और जब लोन धारी इन कंपनियों को सही समय पर पैसे का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें एवं उनके परिवार को फाइनेंस कर्मी द्वारा कई प्रकार से टॉर्चर किया जाता है। ऐसा ही एक मामला गिरिडीह के बीबीसी रोड में देखने को मिला है, जहां लोन धारी महिला के पति ने फाइनेंस कर्मी के टॉर्चर के बाद जहर खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। हालांकि वक्त रहते परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया, जिसके बाद उसकी जान बच सकी।
बता दें बीबीसी रोड निवासी मो इकबाल की पत्नी रोजीदा खातून ने झंडा मैदान के पास स्थित एसकेएस फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। किंतु पति के सब्जी दुकान में सही से कमाई नहीं होने के कारण उन्होंने लोन का भुगतान समय पर नहीं किया, जिस कारण कंपनी के फाइनेंस कर्मी रोजीदा के घर पहुंच गए और लोन राशि का भुगतान के लिए दवाब बनाने लगे। रोजीदा खातून का कहना है वसूली करने आए लोग उसके घर पर बैठ कर लगातार धमकाते रहे और कहा कि ज़ब तक रुपए नहीं मिलेंगे, तब तक वे उसके घरबपर ही बैठे रहेंगे. लगातर आरज़ू मिन्नत के बाद भी वे नहीं मानें. इसी मानसिक दवाब के कारण लोन धारी के पति इकबाल ने जहर खा लिया।
इस बात की जानकारी माले नेता राजेश सिन्हा को मिली तो उन्होंने तुरंत सदर अस्पताल पहुचकर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से लोन लेने वाले और लोन देने वाले दोनों में टकराहट लगातार बढ़ रही है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को चाहिए कि कुछ विशेष सॉल्यूशन निकाले और इस प्रकार जो फाइनेंस कर्मी जबरदस्ती वसूली कर रहे हैं उनपर शिकंजा कसे।
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