Nav Bihan
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पुल नहीं बनने से नाराज़ ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, किया वोट बहिष्कार का ऐलान

ग्रामीणों ने निकाला आक्रोश मार्च, जम कर की नारेबाजी

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गिरिडीह : आज़ादी के बाद से एक अदद पुल की आस में नारकीय ज़िन्दगी जी रहे ग्रामीणों का गुस्सा आख़िरकार फूट पड़ा और उन्होंने वोट बहिष्कार की घोषणा कर दी। ये मामला गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड अंतर्गत खिरोध गांव का है। खिरोध नदी के तट पर ही बसा है खिरोध गाँव। एक तरफ देश इन दिनों आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो दूसरी ओर तिरस्कार का ज़हर पीने को मजबूर है खिरोध गाँव और यहाँ के ग्रामीण। आज़ादी के बाद से अब तक कितने चुनाव आये और गए, इस दरम्यान ना जाने कितने नेता इस गाँव में आए और लोगों को आश्वासन की घुट्टी भी पिलाई, पर हुआ कुछ नहीं। आज जब देश में बुलेट ट्रेन चलाने की बात हो रही है, ऐसे में इस छोटी सी नदी पर पुल का नहीं बनना इस इलाके के अब तक चुने गए जनप्रतिनिधियों की संवेदनशून्यता को दर्शाता है और इसी बात से आक्रोशित ग्रामीणों ने लोकतंत्र के महापर्व मतदान के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।

इस गाँव के लोगों का आरोप है कि चुनाव के समय सभी दलों के उम्मीदवार और उनके समर्थक वोट मांगते समय नदी पर पुल बनाने का वादा करते हैं, पर चुनाव जीतने के बाद वे अपना वादा भूल जाते हैं। आज़ादी के बाद से अब तक यहाँ के जितने भी सांसद या विधायक चुने गए, सबों ने उन लोगों को सिर्फ आश्वासन ही दिया है। इस गाँव में अब तक जितने भी दलों के नेता पहुंचे हैं, गाँव के लोगों ने उनके सामने अपनी समस्या रखी है, लेकिन नदी पर पुल नही बना है। हाल ऐसा है कि खिरोध गांव के लोग टापू की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बरसात में तो ये गाँव क्षेत्र के दूसरे हिस्सों से बिलकुल कट जाता है, यहाँ तक कि बच्चो की पढ़ाई भी बाधित हो जाती है।

इस बात से खफा ग्रामीणों के सब्र का बाँध आज टूट गया और गाँव की सैंकड़ों महिलाएं, पुरूष, बूढ़े, बच्चे और जवान, सभी एकजुट हुए और पैदल मार्च कर खिरोध नदी तक पहुंचे। इस दौरान गुस्साए ग्रामीण ठग बाज नेता होश में आओ, नदी में पुल नही तो वोट नहीं, विधायक सांसद होश के आओ सरीखे नारे लगाते रहे। नदी के किनारे जुटे ग्रामीणों में से सबसे बुजुर्ग कुमर यादव ने कहा कि जब जब मतदान करने का समय आया विधायक, बड़े बड़े नेता और जनप्रतिनिधि पहुंचे, सभी से इस समस्या के निदान हेतु मांग की। उन सभी लोगो ने वोट लेने के लिए नदी पर पुल बनवाने का वादा तो किया लेकिन बाद में चुप्पी साध ली। इसलिए इस बार हमलोगो ने मतदान नहीं करने का संकल्प लिया है। इस मौके पर खेमलाल पंडित, पुष्पा देवी, पूजा देवी, यशोदा देवी, मुंद्रिका यादव, खिरोदर यादव सहित सैकडो ग्रामीण मौजूद थे।

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