नीति आयोग द्वारा तीन माह तक संचालित होने वाले संपूर्णता अभियान की की गई शुरूआत
आकांक्षी जिला एवं प्रखंड अंतर्गत नीति आयोग के सूचक के लक्ष्य प्राप्ति को लेकर दिए गए दिशा निर्देश सभी पैरामीटर में पूरी पारदर्शिता और तन्मयता के साथ कार्य करें संकेतक: डीडीसी
गिरिडीह। नीति आयोग द्वारा संचालित संपूर्णता अभियान की शुरूआत शनिवार को समाहरणालय सभागार कक्ष में विधिवत् रूप से की गई। इस दौरान उप विकास आयुक्त दीपक कुमार दूबे, सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत यशवंत विस्पुते, सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप व जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान डीडीसी ने नीति आयोग द्वारा संचालित संपूर्णता अभियान के तहत सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को लक्ष्य प्राप्ति के लिए शपथ दिलाया।
इस दौरान उप आयुक्त दीपक कुमार दूबे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिला एवं प्रखण्ड कार्यक्रम अन्तर्गत इंडिकेटर वाइज सैचुरेशन के निमित्त 09 संकेतक का चयन करते हुए संबंधित क्षेत्रों में परिपूर्णता हेतु तीन माह का सम्पूर्णता अभियान प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि नीति आयोग भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है। नीति आयोग के 112 आकांक्षी जिलों में गिरिडीह भी एक जिला व प्रखंडों में जमुआ प्रखंड चयनित है। इसके तहत जिले एवं जमुआ प्रखंड में विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। नीति आयोग द्वारा संचालित तीन माह का सम्पूर्णता अभियान के तहत इंडिकेटर वाइज सैचुरेशन के निमित्त सभी 09 इंडिकेटर्स में प्रगति करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को एक्शन प्लान तैयार कर समन्वय स्थापित करते हुए सभी इंडिकेटर में प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि हेल्थ एवं न्यूट्रिशन पर विशेष फोकस करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण कर सभी पैरामीटर पर कार्य करें। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाएं ताकि आने वाले तीन महीनों में शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जा सकें।
सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्री श्रीकांत यशवंत विसुप्ते ने कहा कि नीति आयोग द्वारा संचालित संपूर्णता अभियान एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। जिसके तहत नीति आयोग के सभी मानकों में प्रगति सुनिश्चित की जानी है। कहा कि सम्पूर्णता अभियान के तहत् तीन माह का कार्य योजना तैयार कर रोस्टर के अनुरूप प्रत्येक दिन की गतिविधि का संचालन करें एवं निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इस अभियान के तहत सभी गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच कार्य को हर हाल में करना है। साथ ही डायबिटीज तथा उच्च रक्तचाप का स्क्रीनिंग तथा उच्च रक्तचाप, आईसीडीएस का एक सूचकांक गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराना है।
वहीं सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि नीति आयोग के तहत सभी 09 मानकों में प्रगति लाने हेतु 3 महीनों का संपूर्णता अभियान निर्धारित किया गया है। इसमें फेज वाइज एक्शन बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है ताकि योजनाओं में वृद्धि लाया जा सकें। कहा कि इन तीन महीनों में फर्स्ट एएनसी के तहत जांच, गर्भवती महिलाओं का लिस्ट बनाकर उसका नियमित जांच करवाना, गर्भवती महिलाओं के बीच कीट उपलब्ध कराना, एएनसी कार्ड का वितरण, प्रॉपर जांच आदि किया जाएगा।
कार्यक्रम में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला कोषागार पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, उपनिदेशक, आत्मा, डीपीएम, एनएचएम, नीति आयोग के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, पिरामिल फाउंडेशन के जिला समन्वयक, प्रोग्राम लीड, पिरामिल फाउंडेशन, कृषक मित्र उपस्थित थे।
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