नक्सली कमांडर कुंजाम हिड़मा गिरफ्तार, सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी
ओडिशा के कोरापुट जिले में AK-47 के साथ पकड़ा गया खूंखार नक्सली, नक्सल मूवमेंट को तगड़ा झटका


राँची : सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक और बड़ी सफलता हासिल की है। ओडिशा के कोरापुट जिले के बैपारीगुडा पुलिस ने पेटगुडा जंगल में एक सटीक ऑपरेशन चलाकर खूंखार नक्सली कमांडर कुंजाम हिड़मा को गिरफ्तार किया है। हिड़मा के पास से एक AK-47 राइफल, गोला-बारूद, चाकू, छोटी कुल्हाड़ी और वॉकी-टॉकी सहित कई संदिग्ध सामान बरामद किए गए हैं। यह गिरफ्तारी नक्सल मूवमेंट के खिलाफ सुरक्षाबलों की सतत कार्रवाई का हिस्सा मानी जा रही है, जिसने हाल के महीनों में नक्सलियों की कमर तोड़ दी है।
बसव राजू की मौत के बाद एक और बड़ी कामयाबी


इससे पहले 21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ ने नक्सल मूवमेंट को गहरी चोट पहुंचाई थी। इस मुठभेड़ में माओवादी संगठन के महासचिव बसवराजू सहित 27 नक्सली मारे गए थे। बसवराजू पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। इस ऑपरेशन को नक्सलियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। इसके बाद से नक्सलियों के आत्मसमर्पण का सिलसिला तेज हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक 84 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए हैं, जिनमें हाल ही में सुकमा जिले में बटालियन नंबर 1 क्षेत्र में सक्रिय 18 नक्सलियों का आत्मसमर्पण शामिल है।

कुंजाम हिड़मा की गिरफ्तारी कोरापुट पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई का नतीजा है। बैपारीगुडा पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पेटगुडा जंगल में घेराबंदी कर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। हिड़मा लंबे समय से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है और कई बड़े हमलों में उसका नाम सामने आ चुका है। उसके पास से बरामद AK-47 और अन्य सामान नक्सलियों की हिंसक योजनाओं की ओर इशारा करते हैं।
नक्सलियों के करारा झटका है हिड़मा की गिरफ़्तारी
हिड़मा की गिरफ्तारी और हाल के आत्मसमर्पणों ने नक्सलियों के मनोबल को और कमजोर किया है। सुरक्षाबलों की यह लगातार कार्रवाई न केवल नक्सल मूवमेंट को कमजोर कर रही है, बल्कि स्थानीय लोगों में भी विश्वास पैदा कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाईयां और आत्मसमर्पण की बढ़ती संख्या नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कोरापुट के पुलिस अधीक्षक ने इस ऑपरेशन को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, “कुंजाम हिड़मा की गिरफ्तारी नक्सलियों के लिए करारा झटका है। हमारी टीमें लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही हैं और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सुरक्षाबल अब हिड़मा से पूछताछ कर नक्सली नेटवर्क और उनकी योजनाओं की गहरी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही, आत्मसमर्पण की प्रक्रिया को और तेज करने के लिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

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