धनतेरस के मौके पर गिरिडीह में कारोबारियों पर दिखी भगवान कुबैर की कृपा, लोगों ने जमकर की खरीददारी
जिले में हुआ करीब 70 से 75 करोड़ का कारोबार, वाहनों के शोरूम में दिखी भीड़


गिरिडीह। धनतेरस के मौके पर शनिवार को गिरिडीह में भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की खास कृपा बरसी। पूरे जिले में धनतेरस पर करीब 50 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है। हालांकि शनिवार को सुबह के वक्त बाजार में कम ही भीड़ थी, लेकिन शाम होते ही बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। बाजार में पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। इस दौरान यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एसडीपीओ अनिल सिंह, प्रशिक्षु डीएसपी और नगर थाना भिखारी राम को पुलिस जवानों के साथ यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए उतरना पड़ा। इधर बाजार विशेषज्ञों की माने तो पूरे जिले में करीब 70 से 75 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है।


धनतेरस के मौके पर शुभ मुहुर्त को देखते हुए लोगों ने खरीददारी करने के लिए बाजार पहुंचे। खासकर ज्वेलरी सोप में दिन भर महिलाओं व युवतियों की भीड़ देखी गई। महिलाएं और युवतियां अपनी पसंद की ज्वेलरी की खरीददारी की। इस क्रम में लक्ष्मी-गणेश के फोटो से अंकित चांदी के सिक्कों की काफी अच्छी ब्रिकी हुई। विशेषज्ञों के अनुसार धनतेरस के मौके पर सर्राफा कारोबार भी 12 करोड़ से अधिक का ही हुआ। जबकि इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रोनिक दुकानों में एलईडी, फ्रिज, वांशिग मशीन, गिजर और घर के सजावट के लिए झालर खरीदने के लिए ग्राहकों की काफी भीड़ रही।
एक अनुमान के अनुसार इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रिोनिक बाजार में ही 14 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। लेकिन सबसे अधिक भीड़ वाहनों के शोरुम में दिखी। वाहनों की कीमत घटने के कारण दो पहिया व चारपहिया वाहनों के शोरुम में ग्राहकों की भीड़ लगी हुई थी। हालांकि लोगों ने पूर्व मे ंही वाहनों की बुकिंग करा रखी थी, लेकिन शोरूम में लोगों की भीड़ बताने के लिए काफी थी कि धनतेरष में चार पहिया और दो वाहनों का कारोबार करोड़ों में हुआ है।
इधर लोगों ने दीपावली की शाम घर में सुख-समृ़िद्व बनी रहे। इसके लिए लोगों ने भगवान गणेश और माता महालक्ष्मी की मूर्तियों की भी खरीदारी करते नजर आएं। घर के सजावट के लिए अलग-अलग डिजाईन के कृत्रिम रंगोली और फूलों से बने झालर खरीदते नजर आएं। इस दौरान मिट्टी के दीये के साथ मिट्टी के घरकुंडा की खरीदारी करती महिलाएं और युवतियां नजर आई। वहीं लोगों ने मान्यताओं के अनुसार झाडूओें की भी खरीदारी की।
