डुमरी प्रखंड के नगलो पंचायत में जल संरक्षण और संवर्धन पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन
उपायुक्त ने पंचायत परिसर में किया पौधारोपण, दिया पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन पर जोर

गिरिडीह(डुमरी)। झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह 2025 के उपलक्ष्य में गुरुवार को डुमरी प्रखंड अंतर्गत नगलो पंचायत में जल संरक्षण और संवर्धन पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त रामनिवास यादव ने विधिवत् रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान उपायुक्त ने पंचायत परिसर में पौधारोपण किया और दौरान सभी लोगों ने जल का संरक्षण एवं संवर्धन करने का शपथ लिया। और पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया। इस मौके पर अमृत सरोवर से कलश यात्रा निकाली गई जो सरोवर से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचा। मौके पर उपायुक्त ने शौचालय, पेयजल की स्थिति, साफ सफाई बच्चों के भजन की गुणवत्ता, विद्यालय में संचालित स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर कक्ष समेत विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।



सुनहरे व सुरक्षित भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी: डीसी
मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री यादव ने कहा कि सुनहरे व सुरक्षित भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत भी पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से बड़े पैमाने पर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा अन्य सरकारी स्थानों पर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है ताकि इस अभियान का सफलता पूर्वक संचालित कराया जा सकें।

उपायुक्त ने जल व जंगल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उसके संरक्षण में सभी को अपनी भूमिका निभाने को कहा। इसके अलावा उपायुक्त ने डुमरी प्रखंड के दूधपनिया पंचायत में मनरेगा अंतर्गत संचालित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं यथा आम बागवानी आदि योजनाओं का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण कर विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था, कक्षा का संचालन, पठन-पाठन, विद्यालयों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं समेत अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उपायुक्त ने बच्चों को पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया और नियमित यूनिफॉर्म पहन कर विद्यालय आने का निर्देश दिया।

