झामुमो के 51वें स्थापना दिवस को कल्पना सोरेन ने बनाया ऐतिहासिक, सियासत में रखा कदम
पति हेमंत सोरेन को याद कर मंच पर भावुक हुई कल्पना, कहा न झुकेंगे और न झारखंड को झुकने देंगे
गिरिडीह। गिरिडीह के झंडा मैदान में आयोजित झारखंड मुक्ति मोर्चा के 51वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने पार्टी का झंडा लहराकर झारखंड की सियासत में कदम रखते हुए अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। हालांकि इस दौरान कल्पना सोरेन अपने पति हेमंत सोरेन का याद कर भावुक भी हो गईं। स्थापना दिवस कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री हफीजुल हसन, मंत्री बेबी देवी, सांसद महुआ माजी, पूर्व विधायक मथुरा प्रसाद महतो, सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गांडेय के पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद, पूर्व विधायक प्रो0 जयप्रकाश वर्मा समेत पार्टी के कई कद्दावर नेता शामिल हुए और मंच पर लगे शहीदो की तस्वीरों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
जनसभा को संबोधित करते हुए कल्पना सोरेन ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी कुर्सी सिर्फ इसलिए छोड़ दी क्योंकि वे किसी के सामने झुकते नहीं हैं और न ही झारखंड को झुकने देंगे। कहा कि हेमंत बाबू को जेल भेजना भाजपा के लिए लिए सबसे बड़ी गलती साबित होगी। क्योंकि हेमंत सोरेन ने सीएम रहते हुए राज्यहित में कई काम किए। इस दौरान उन्होंने झारखंड की जनता से वोट के माध्यम से अपने अपमान का बदला लेने का अहवान किया। कहा कि आज वो इस गिरिडीह की धरती से सक्रिय राजनीति की शुरुआत एक बहु के रूप में नही बल्कि बेटी के रूप में करने जा रही हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण लाने का काम हेमंत सरकार ने किया था। सीएम ने कहा कि सरना धर्म कोड को कभी भाजपा लागू नहीं करने वाली। सीएम ने मौके कर 1932 के खतियान का जिक्र करते हुए कहा की जो 1932 का होगा, वही मूलवासी होगा।
स्थापना दिवस समारोह को मंत्री बेबी देवी, हफीजुल हसन, राज्य सभा सांसद महुआ माजी, सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, पूर्व विधायक सरफराज अहमद समेत कई नेताओं ने संबोधित किया।