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गिरिडीह के केन्द्रीय पुस्कालय में मौजूद है भारतीय संविधान की मूल प्रति

संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन कर दी गई कई अहम जानकारियां

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गिरिडीह। शहर के बड़ा चौक स्थित जिला केंद्रीय पुस्तकालय में देश के संविधान की मूल प्रति मौजूद है। देश आजाद होने के बाद 26 नवंबर 1949 में भारतीय संविधान की मूल प्रति तैयार हुई थी। जानकारी के अनुसार एक अप्रैल 2003 को कोलकाता के राजा राममोहन राय फाउंडेशन से संविधान की मूल प्रति को मंगाया गया था। इस पर मुख्य रूप से देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और डॉ भीमराव आंबेडकर के मूल हस्ताक्षर हैं।

इधर मंगलवार को केन्द्रीय पुस्कालय में संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें काफी संख्या में छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया आर संविधान दिवस पर अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम में मौजूद बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार रमेश प्रभाकर सहित अन्य अतिथियों ने बताया कि संविधान सभा के पहले अधिवेशन के सदस्यों तथा उस समय जो भी संविधान सभा में सदस्य थे सभी के हस्ताक्षर मौजूद हैं।

बताया कि संविधान हस्त लिपिक है और करीब 20 वर्ष पूर्व कोलकाता के राजा राममोहन राय राष्ट्रीय पुस्तकालय से संविधान की मूल प्रति को गिरिडीह पुस्तकालय में लाया गया था। बताया कि संविधान की प्रति को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में पुस्तकालय से जुड़े अरुण कुमार, नितिन गोविंदा, अजय कुमार सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा।

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