कैंसर व जॉन्डिस से पीड़ित है महिला नक्सली जया इलाज के लिए रिम्स रेफर
असर्फी में इलाज के दौरान मदद करने के आरोप में चिकित्सक समेत दो खुखरा पुलिस ने भेजा जेल
गिरिडीह। मधुबन थाना द्वारा थाना कांड संख्या 1/19 में गिरिडीह जेल में बंद 25 लाख की ईनामी महिला नक्सली जया दी उर्फ चिंता को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रांची रिम्स रेफर किया गया है। इस संबंध मेें जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने बताया कि 25 लाख का इनामी महिला नक्सली और हार्डकोर नक्सली प्रयाग की पत्नी जया की जांच के बाद उन्हें चौथे स्टेज का कैंसर होने के साथ ही हाईपॉवर का जॉन्डिस भी निकला है। पिछले कुछ दिनों से जेल में बंद होने के बाद जया की तबीयत अधिक खराब हो गया था। जिसके बाद जेल के हॉस्पिटल में उसका इलाज कराया गया। इस दौरान जेल के चिकित्सक रिम्स रेफर करने का सुझाव दिया। इस क्रम में सिविल सर्जन के जरिए ही जया को रेफर कराने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया और गुरुवार को उसे सदर अस्पताल से रेफर कर दिया गया।
इधर जया का धनबाद के असर्फी अस्पताल में नाम छिपाकर इलाज कराने के आरोप में बिहार के जमुई के सिकंदरा थाना क्षेत्र के पतंबर गांव के ग्रामीण चिकित्सक डा. शोभाकांत पांडेय और उसकी महिला मददगार जमुआ थाना क्षेत्र के गणियाडीह गांव निवासी पार्वती हांसदा उर्फ पारो के खिलाफ भी खुखरा थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। खुखरा थाना में थाना प्रभारी निरंजन कच्छप के फर्द बयान के आधार पर चिकित्सक और महिला मददगार पारो के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने ही कबूला कि उन दोनों ने ही जया को धनबाद के असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया था और जया का नाम छिपाकर इलाज करा रहे थे। पूछताछ में चिकित्सक ने कबूला कि पहले भी जमुई में नक्सलियों का इलाज करने के आरोप में जेल जा चुका है। वहीं पारो का जया से पहले से ही पहचान थी। इधर केस दर्ज करने के बाद अब खुखरा पुलिस दोनों को जेल भेज चुकी है।
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