Nav Bihan
हर खबर पर पैनी नजर

आरएसएस ने सेवा सप्ताह के समापन के मौके पर किया संगोष्ठी का आयोजन

सेवा का अर्थ निस्वार्थ भाव से समाज के वंचित लोगों के लिए कार्य करना: विभाग प्रचारक

128

गिरिडीह। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद की जयंती से 19 जनवरी तक मनाए जा रहे सेवा सप्ताह का कार्यक्रम सोमवार को संपन्न हो गया। इस कार्यक्रम के समापन के मौके पर सेवा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में शामिल हुए हजारीबाग विभाग के विभाग प्रचारक आशुतोष जी ने कहा कि सेवा का अर्थ निस्वार्थ भाव से बिना किसी अन्य उद्देश्य के समाज के वंचित समाज को मुख्य धारा में लाने के लिए कार्य करना है। उन्होंने कहा कि सेवा कार्य को विशेष महत्व देते हुए इसे अभियान के रूप में लिया है।

मौके पर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व संघ संचालक अर्जुन मिष्टकर ने कहा कि सेवा का अर्थ एक हाथ से दे तो दूसरे हाथ को भी पता ना चले ऐसे कई उदाहरण देते हुए अपनी बात को रखा। वहीं प्रांत सह सेवा प्रमुख मुकेश रंजन ने बताया कि सेवा सप्ताह के दौरान कई स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया एवं बच्चों के बीच कॉपी एवं कलम का वितरण भी किया गया। साथ ही सेवा सप्ताह के दौरान बन्धुओ से मिलकर उनके समस्याओं के बारे में जानकारी लिया गया।

संगोष्ठी में संघ से जुड़े संजीव कुमार, नगर कर्यवाह मनीष, रंजीत राय, संतोष खत्री, सौरव कुमार, अमित कुमार, शिव, गौरव, ईश्वर दास, शशिकांत रजक, शुभम कुमार सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Comments are closed.