आज़ाद समाज पार्टी व भीम आर्मी एकता मिशन की बैठक में देश में बढ़ते हुए जातिवादी उत्पीड़न की हुई निंदा
उपायुक्त को ज्ञापन सोंपकर जताया विरोध


गिरिडीह। आज़ाद समाज पार्टी भीम आर्मी एकता मिशन की एक बैठक शुक्रवार को अंबेडकर भवन में जिला प्रभारी गिरिडीह सह भीम आर्मी जिला अध्यक्ष मधु राव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि झारखण्ड प्रदेश सचिव गौरव कुमार उपस्थित थे। बैठक में मुख्य रूप से दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यको व बहुजनों के उत्पीड़न को लेकर चर्चा की गई और देश में बढ़ते हुए जातिवादी उत्पीड़न का पुरजोर विरोध किया गया। बैठक के बाद ललन नगवंशी, आनंद सुमन, नन्दलाल दास, रामचन्दर दास, मिथिलेश पासवान, उज्जवल कुमार, अशोक कुमार दास, बैजू दास, नारायण दास, बबलू दास सहित अन्य लोगों उपायुक्त से मुलाकात कर विभिनन मांगों को लेकर ज्ञापन सोंपा।
बैठक के दौरान प्रदेश सचिव गौरव कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई पर सुनवाई के दौरान जातिवादी मानसिकता से ग्रसित राकेश किशोर के द्वारा जूता फेंकने की कोशिश किया गया जिससे प्रतीक होता है कि इन जातिवादियों के सामने देश के सर्वाेच्च न्याय की कुर्सी पर विराजमान न्यायधीश का भी कोई सम्मान नहीं है और ना ही इन्हें कानून का कोई भय है। वहीं हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पुरन कुमार को जाति के कारण इतनी बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने मौत को गले लगाना ज़्यादा बेहतर समझा और 15 पृष्ठों की नोट बना कर आत्महत्या कर ली।


कहा कि वकील अनिल मिश्रा के द्वारा आधुनिक भारत के संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी के प्रति किए गए खुलेआम अभद्र टिप्पणी किया गया। इन सभी घटनाओं से प्रतीत होता है कि देश में जातिवाद के आधार दलित वर्ग को विशेषकर अंबेडकरवादी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
