राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर डीसी ने पत्रकारों को किया सम्मानित, “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण” विषय पर हुआ सेमिनार का आयोजन
समाज को सशक्त करने एवं लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने में मीडिया का अहम योगदान : उपायुक्त कहा बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के कारण प्रेस की विश्वसनीयता पर उठते हैं सवाल

गिरिडीह। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर रविवार को समाहरणालय सभागार जिला प्रशासन के द्वारा “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार में जिले के सभी प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ब्यूरो चीफ के अलावा अन्य पत्रकारगण शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती के द्वारा स्वागत भाषण से की गई। इस दौरान उपायुक्त श्री यादव ने सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सम्मानित किया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा कि समाज को सशक्त करने में एवं लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने में आपका अहम योगदान है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस, 16 नवम्बर, भारत में स्वतंत्र एवं जिम्मेदार प्रेस का प्रतीक है। इसी दिन भारतीय प्रेस परिषद् ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक नैतिक प्रहरी के रूप में कार्य करना आरंभ किया कि प्रेस न केवल एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में अपेक्षित उच्च स्तर बनाये रखे बल्कि यह किन्हीं बाह्य कारकों से प्रभावित या खतरों से अवरुद्ध न हो। कहा कि 16 नवम्बर देश में जिम्मेदार एवं स्वतंत्र प्रेस का आदर्श प्रस्तुत करता है। कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता काफी चैलेंजिंग है, दिन प्रतिदिन पत्रकारों को काफी मुश्किलों का सामना करते हुए अपने कार्यों का निर्वहन करना पड़ता है। इसके अलावा जिला प्रशासन एवं मीडिया में सामंजस्य स्थापित करना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। कहा कि पत्रकारिता को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में संदर्भित किया, जो सरकार के तीन अन्य स्तंभों – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बराबर महत्व रखता है। कहा कि पत्रकारिता सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह ठहराने और सरकार में पारदर्शिता लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कहा कि आज के दौर में खबरों की निष्पक्षता और तथ्यों की सत्यता की जांच जरूरी है। उन्होंने सभी पत्रकारों से अनुरोध किया कि आप सभी निष्पक्ष पत्रकारिता करें एवं खबरों की आड़ में भ्रामक खबरे को बढ़ावा ना दें तथा SOP का अनुपालन जरूर करें। कहा कि भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाने के लिए आप सभी को ही आगे आना होगा, क्योंकि आज के दौर में सोशल मीडिया साइट्स पर खबरों की सत्यता की जांच किए बिना ही खबर लगा दिए जाते हैं। वहीं उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी व जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने भी सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की आजादी से लेकर वर्तमान समय में पत्रकारों का महत्वपूर्ण योगदान है। पत्रकार समाज में एक सेतु की तरह कार्य करते हैं। लोकतंत्र को सशक्त एवं मजबूती प्रदान करने में पत्रकारों की अहम भूमिका है।


कार्यक्रम में उपस्थित प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश सिन्हा व महासचिव अरविंद अग्रवाल ने कहा कि कलम की शक्ति तलवार की शक्ति से भी मजबूत होती है। उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी पदाधिकारी एवं पत्रकार साथियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रशासन और मीडिया के बीच बेहतर सामंजस्य को विकसित करने पर मंथन जरूर होना चाहिए। जिला प्रशासन और खासकर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के द्वारा प्रशासनिक खबरों की जानकारी समय पर उपलब्ध करा दी जाती है लेकिन आज भी प्रशासन और मीडिया के बीच बेहतर सामंजस स्थापित नहीं हो पाया है जिसके लिए हमें कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने अपने पत्रकार साथियों से अनुरोध करते हुए कहा कि आज के दौर में भ्रामक खबरों की काफी शिकायतें मिलती रहती है, इससे हमें बचना चाहिए ताकि भविष्य में पत्रकारिता से जुड़ने वाले युवाओं में एक सकारात्मक संदेश जाए कि पत्रकार लोकतंत्र के सजग प्रहरी है़ं।
सेमिनार को संघ के कोषाध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल, प्रवीण राय, अमरनाथ सिन्हा, श्रीकांत सिंह, मनोज कुमार पिंटू, जगजीत सिंह बग्गा, नीरज तिवारी सहित अन्य पत्रकारों ने भी संबोधित किया।

