डीवाई चंद्रचूड के बाद कौन बनेंगे देश के चीफ जस्टिस
जानिये देश के टॉप 3 जस्टिस के बारे में जो एक के बाद एक बनेंगे भारत के चीफ जस्टिस
राँची : डीवाई चंद्रचूड़ अभी भारत के चीफ जस्टिस हैं. सीजेआई के रूप में डीवाई चंद्रचूड ने काफी ऐतिहासिक काम किया है, जिससे इस देश की न्यायपालिका पर आम अवाम का भरोसा और अधिक बढ़ा है. अपने फैसलों और कार्यकलापों से डीवाई चंद्रचूड ने विदेशों में भी काफी शोहरत और इज्जत कमाई है. पर सीजेआई चंद्रचूड़ इस साल 10 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे. सीजेआई के रूप में चंद्रचूड़ का कार्यकाल 2 साल का है. अब अधिकांश लोगों के मन में ये सवाल होगा कि डीवाई चंद्रचूड के बाद आखिर कौन होंगे इस देश के सीजेआई, जो इस विरासत को ना सिर्फ संभालेंगे, बल्कि उन्हें आगे भी बढ़ायेंगे.
आज इस आलेख के माध्यम से हम आपको भारत के एक नहीं, बल्कि ऐसे तीन मुख्य न्यायाधीशों के बारे में बता रहे हैं, जो एक के बाद एक चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया बनेंगे.
जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत, ये तीन नाम हैं, जो भविष्य में सीजेआई बनेंगे.
जस्टिस संजीव खन्ना
इनमें सबसे पहला नाम जस्टिस संजीव खन्ना का है. सीजेआई चंद्रचूड़ जब रिटायर होंगे तो उनके बाद जस्टिस संजीव खन्ना ही देश के अगले प्रधान न्यायाधीश बनेंगे. सुप्रीम कोर्ट में जजों की वरीयता लिस्ट में सीजेआई चंद्रचूड़ के बाद जस्टिस संजीव खन्ना का ही नाम आता है. जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर 2024 को सीजेआई का पदभार संभालेंगे. हालांकि वे महज 6 महीने तक ही सीजेआई रहेंगे और 13 मई 2025 को रिटायर हो जाएंगे. जनवरी 2019 से पहले संजीव खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज थे. उन्हें सुप्रीम कोर्ट में प्रमोशन मिला था. संजीव खन्ना का सुप्रीम कोर्ट में चार साल से अधिक का कार्यकाल हो चुका है. वह इस दौरान 358 बेंचों का हिस्सा रहे हैं. वह 90 से अधिक फैसले दे चुके हैं. हाल ही में जस्टिस संजीव खन्ना ने ही अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी.
जस्टिस बीआर गवई
जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायर होने के बाद जस्टिस बीआर गवई अगले सीजेआई होंगे. जस्टिस बीआर गवई 14 मई 2025 को चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया बनेंगे. वह भी जस्टिस संजीव खन्ना की तरह ही 6 माह के लिए ही प्रधान न्यायाधीश बने रहेंगे. वह 23 नवंबर 2025 को रिटायर होंगे. उन्हें 2019 में बॉम्बे हाईकोर्ट से प्रमोट करके सुप्रीम कोर्ट लाया गया था. जस्टिस गवई 2010 में जस्टिस केजी बालकृष्णन के रिटायरमेंट के बाद सुप्रीम कोर्ट में सेवा देने वाले पहले अनुसूचित जाति के जज हैं. जस्टिस बीआर गवई सबरीमाला विवाद केस की सुनवाई करने वाली बेंच का हिस्सा रह चुके हैं.
जस्टिस सूर्यकांत
वरीयता के आधार पर इस फेहरिस्त में तीसरा नाम है जस्टिस सूर्यकांत का. जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट या फिर यूँ कहें कि भारत के मुख्य न्यायाधीश बनेंगे. जहां तक जस्टिस सूर्यकांत की बात है तो वे 2019 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे. जज बनने से पहले वे एक सीनियर अधिवक्ता थे और हरियाणा के अधिवक्ता जनरल के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं. इसके बाद उन्हें पंजाब व हरियाणा और फिर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का जज बनाया गया. उन्होंने मानवाधिकारों और जेल सुधार को लेकर कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं.
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