कुछ दिनों की चुप्पी के बाद मीडिया के सामने आये जयप्रकाश वर्मा, 28 अप्रैल को करेंगे बड़ा धमाका
भण्डारो कॉलेज के प्रांगण में 28 अप्रैल को बुलाई शुभचिंतकों की बैठक, उसी दिन होगा निर्णय
गिरिडीह : पिछले कुछ दिनों की रहस्यमयी चुप्पी के बाद गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा एक बार फिर मीडिया के सामने आये और ये ऐलान किया कि उन्होंने आगामी 28 अप्रैल को भण्डारो कॉलेज के प्रांगण में कोडरमा क्षेत्र के वोटर्स, अपने चाहने वालों और शुभचिंतकों की एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में जो भी निर्णय होगा, वे इसके बाद ही कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने को लेकर कोई फैसला करेंगे. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना एक रिकार्डेड वीडियो मेसेज डाल कर उन्होंने सबों से इस मीटिंग में आने का आग्रह भी किया है.
पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा के इस वीडियो मैसेज ने एक बार फिर कोडरमा लोक सभा क्षेत्र का सियासी तापमान बढ़ा दिया है. ये तो सर्वविदित है कि कोडरमा से झामुमो के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए जयप्रकाश वर्मा यहाँ से गठबंधन उम्मीदवार के तौर पर माले के विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर खासे नाराज़ हैं. उन्होंने अपनी नाराजगी छुपायी भी नहीं है और अपनी पार्टी और गठबंधन को समय समय पर अपने बगावती तेवरों से रू-ब-रू कराया भी है.
जब तक गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर विनोद सिंह के नाम की घोषणा नहीं हुई थी, तब तक जयप्रकाश ये बयान दे रहे थे कि वे झामुमो के टिकट से चुनाव लड़ने को तत्पर हैं और उन्हें पूरी उम्मीद है कि पार्टी उन्हें ही कोडरमा से प्रत्याशी बनाएगी. कुशवाहा समाज की बैठक कर उन्होंने पार्टी पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया था. पर हुआ वही, जिसका प्रबल अंदेशा था. गठबंधन के तहत कोडरमा सीट भाकपा माले के खाते में चली गई और माले ने यहाँ से बगोदर विधायक विनोद सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. विनोद सिंह के गठबंधन के उम्मीदवार घोषित होते ही प्रोफेसर साहब ने अचानक चुप्पी साध ली थी. उन्होंने अपनी पार्टी या फिर गठबंधन के घटक दलों की बैठकों या कार्यक्रमों से भी दूरी बना ली थी. पर हनुमान जयंती के दिन उनके वीडियो मैसेज ने एक बार फिर राजनैतिक तपिश बढ़ा दी है.
क्या बागी ही जायेंगे जयप्रकाश
प्रोफेसर साहब के आज के इस ऐलान से एक बार फिर ये सवाल पैदा होने लगा है कि 28 अप्रैल को अपने गढ़ भण्डारो में बैठक बुला कर जयप्रकाश वर्मा अपने बागी होने का संकेत तो नहीं दे रहे. पहले से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि झामुमो से टिकट नहीं मिलने पर जयप्रकाश निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं. बीते दिनों कुशवाहा समाज की बैठक के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात भी कही थी, पर इसके बाद कुछ दिनों तक वे चुप्पी साधे रहे. अब एक बार फिर जयप्रकाश वर्मा ने ताल ठोक दी है. बहुत संभव है कि 28 अप्रैल को जयप्रकाश अपनी पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर भी सकते हैं. यदि ऐसा हुआ तो कोडरमा का चुनाव काफी दिलचस्प हो जाएगा.
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