उपायुक्त ने की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन और 15वें वित्त आयोग से संबंधित कार्यों की की समीक्षा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता, कोताही बर्दाश्त नहीं : उपायुक्त

गिरिडीह। समाहरणालय सभागार में सोमवार को उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM ABHIM), हॉस्पिटल मैनेजमेंट, 15वें वित्त आयोग के सफल क्रियान्वयन व संचालन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक से पूर्व उपायुक्त ने 10 नवंबर से 26 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर की।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करने और सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सजग और संवेदनशील होकर कार्य करने और अधिक से अधिक लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया।


बैठक के दौरान उपायुक्त ने पीएम-अभियोजना और 15वें वित्त आयोग के तहत जारी कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न सीएचसी-एचएससी निर्माण कार्य के प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के PM ABHIM योजनान्तर्गत निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण की समीक्षा के क्रम में कार्य एजेन्सी कार्यपालक अभियंता एन०आर०ई०पी० / विशेष प्रमंडल /भवन प्रमंडल को निदेशित किया गया कि कार्यों में तेजी लाया जाए।
मौके पर उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देशित देते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्य नहीं करने की स्थिति में उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उपायुक्त ने कहा कि सभी अस्पतालों में डॉक्टर की नियमित उपस्थिति होनी चाहिए, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। ताकि यहां के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं सुगम रूप से मिलें।
इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि कोई बच्चा न छुटे, इसलिए नियमित टीकाकरण जरूरी है, साथ ही हरेक बच्चे का वजन मापी भी कराएं। इसके साथ ही सभी अस्पतालों/नर्सिंग होम में संस्थागत प्रसव के निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करें। इसके अलावा उन्होंने नेशनल टीबी, ई संजीवनी पोर्टल, एनीमिया मुक्त भारत, टीबी मुक्त पंचायत, निश्चय मित्र, ANC रजिस्ट्रेशन, इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी, टीकाकरण की अद्यतन स्थिति आदि की समीक्षा कर लक्ष्य अनुरूप शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, एन.आर.ई.पी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डॉ अमित तिवारी, SMO, WHO, DPM, NHM आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

