Nav Bihan
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मुहर्रम की सातवीं तारीख़, इमामबाड़ों में हुआ नियाज़ फातेहा, खड़े किए गए निशान मुहर्रम की सातवीं तारीख़, इमामबाड़ों में हुआ नियाज़ फातेहा, खड़े किए गए निशान

इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने का नाम है मुहर्रम, इमाम हुसैन के शहादत की याद दिलाता है मुहर्रम

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नफीस अज़हर

गिरिडीह : गिरिडीह में भी मुहर्रम की सातवीं तारीख रविवार को मोहनपुर, भण्डारीडीह,बिशनपुर समेत शहरी और ग्रामीण इलाकों में अकीदत व एहतराम के साथ इमामबाड़ा में नियाज़ फातिहा किया गया और दुआएं भी मांगी गई,उसके बाद मोहम्मदिया निशान खड़ा किया गया, काफी उत्साह के साथ या अली या हुसैन के नारों के साथ निशान खड़ा किया गया।आपको बता दे की इस्लामिक कैलेंडर के नए साल के पहले महीनें का नाम मुहर्रम है मुहर्रम की दस तारीख को नवासा-ए-रसूल इमाम हुसैन अपने 72 साथियों समेत मजहब-ए-इस्लाम को बचाने, हक और इंसाफ को जिंदा रखने के लिए शहीद हो गए थे।


मुहर्रम की सात तारीख को इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम के भतीजे और हजरत इमाम हसन अलेहिस्सलाम के 13 वर्षीय हज़रत कासिम अलैहिस्सलाम की शहादत का गम मनाया जाता है । कर्बला के मैदान में यजीद की फौज ने शहजादे कासिम को शहीद कर दिया था।मालूम रहे की सात मुहर्रम को करबला के मैदान में इमाम हुसैन के खेमों (टेंट) में पानी खत्म हो गया था और छोटे-छोटे बच्चे प्यासे थे। लेकिन यज़ीद की तरफ से उन्हें फुरात (वहां की एक नहर) से पानी नहीं लेने दिया और आशुरे के दिन उन्हें तीन दिन का भूखा और प्यासा शहीद कर दिया गया। इमाम हुसैन को यजीद के सैनिकों ने इराक के कर्बला में शहीद कर दिया था। लिहाजा, 10 मोहर्रम को पैगंबर-ए-इस्लाम के नवासे (नाती) हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद ताजा हो जाती है। किसी शायर ने खूब ही कहा है- कत्ले हुसैन असल में मरग-ए-यजीद है, इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद। यजीद की फौज बहुत बड़ी थी और हुसैन के साथ सिर्फ 72 लोग थे। हुसैन ने अपने साथियों से कहा कि वे उन्हें छोड़कर चले जाएँ, लेकिन कोई भी नहीं गया। हुसैन जानते थे कि यजीद उन्हें नहीं छोड़ेगा। यजीद बहुत ताकतवर था और उसके पास बहुत सारे हथियार थे। हुसैन के पास इतनी ताकत नहीं थी। फिर भी हुसैन ने यजीद के सामने झुकने से इंकार कर दिया। हुसैन ने अपने साथियों के साथ मिलकर यजीद की फौज का डटकर मुकाबला किया लेकिन कोई भी हुसैन को छोड़कर वहां से नहीं गया। यह हुसैन और उनके साथियों की वीरता और साहस का परिचय देता है।

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