खटपोंक में मनरेगा योजना की जांच करने पहुंची लोकपाल तमन्ना प्रवीण, मिली कई गड़बड़िया
गिरिडीह। तिसरी प्रखंड के खटपोंक पंचायत के रिझनी, भोगताडीह गांव में ग्रामीणों की शिकायत पर लोकपाल तमन्ना प्रवीन मनरेगा योजना के तहत निर्मित कूप, तालाब की जांच करने के लिए पहुंची। जांच के दौरान उन्होंने सभी कार्य स्थल पर बोर्ड नदारद पाया। साथ ही राशि निकासी के अनुसार निर्माण कार्य भी संतोषजनक नहीं पाया गया। बताया जाता है की रिझनी गांव के एक व्यक्ति ने आम बागवानी और कूप जबरन दूसरे जमीन पर मनरेगा योजना के तहत निर्माण कार्य की शिकायत की गई थी। जिसके बाद लोकपाल तमन्ना प्रवीण ने बागवानी और कूप की जांच की।
इस दौरान के पश्चात फूलो किस्कू के जमीन पर तालाब निर्माण वर्ष 2021-22 में हुई। राशि भुगतान के अनुसार उक्त तालाब की खुदाई नही हुई है। उक्त योजना में कितनी की राशि की निकासी हुई यह स्पष्ट जानकारी नही दिया गया। भोगताडीह में एक कूप की जांच की गई। सभी योजना स्थल पर बोर्ड नही पाया गया। बता दंे की इसके पूर्व में भी लोकपाल तमन्ना प्रवीण कई योजनाओं की जांच के दौरान गड़बड़ी होने पर सबंधित कर्मी को फटकार लगाया गया था। योजना स्थल पर बोर्ड लगाने की कड़ा निर्देश के बाद भी स्थिति में सुधार नही हो पाया है। आज भी बिना बोर्ड के मनरेगा योजना संचालित की जा रही है।
मौके पर लोकपाल प्रवीण ने बताया की योजना में बोर्ड नही होना और मनरेगा में गड़बड़ी होने का जिम्मेवार बीपीओ, जेई जैसे पदाधिकारी भी है। योजना की शुरुआत से अंतिम भुगतान तक देख रेख नही करते है। योजना स्थल पर बोर्ड नही लगाए जाने पर मुखिया, रोजगार सेवक और पंचायत सेवक की लापरवाही है। क्योंकि उनके डोंगल से ही बोर्ड का भुगतान की जाती है। कहा कि विवादित योजना स्थल की निर्णय सीओ दे सकते है। दोनो पक्ष अपना-अपना कागजात दिखा रहे है। विवादित स्थल पर मनरेगा योजना का जिओ टेक करना नही चाहिए था। मौके पर मुखिया जानकी यादव, जेई संजय साहू सहित कई लोग मौजूद थे।
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