अब सोलर पावर की मदद से होगी खेतों में सिंचाई
अब झारखण्ड के किसान भाइयों को खेत की सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर रहने की आवश्यकता नही पड़ेगी और न ही ज्यादा बिजली बिल की परेशानी रहेगी क्योंकि झारखण्ड सरकार ने सोलर तकनीक द्वारा लिफ्ट सिंचाई के पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने का आदेश दे दिया है।
झारखण्ड के जल संसाधन मंत्री चंपाई सोरेन ने किसानों के हित के लिए इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा दी है। इस सोलर प्रोजेक्ट के माध्यम से झारखण्ड के किसानों को सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा, जो एक तरह से महंगा भी पड़ता है क्योंकि इससे बिजली बिल भी अधिक आता है।
इस योजना को लेकर चंपाई सोरेन ने अधिकारियों के साथ एक बैठक रखी थी।
इसी दौरान उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हजारीबाग से होने वाली है जिसका उद्घाटन जुलाई माह में ही हो जाएगा। इसके बाद 7 और जिलों में भी मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का शुभारंभ किया जायेगा जिसमे मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना (दुमका), सिकटिया मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना (देवघर), सोन-कनहर पाइपलाइन सिंचाई योजना (गढ़वा) तथा खड़कई लिफ्ट सिंचाई योजना (सरायकेला- खरसावां) में काम चल रहा है, जबकि पलामू पाइपलाइन सिंचाई योजना (पलामू), पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना (गिरिडीह) और भीमखंडा माइक्रो लिफ्ट सिंचाई योजना (सरायकेला- खरसावां) शामिल है।
इस बैठक में चंपाई सोरेन ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि किसानों को सालों भर सिंचाई की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए भविष्य में पाइपलाइन आधारित सिंचाई की व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया जाए। जल्द से जल्द खाली जमीन पर सोलर पैनल लगा कर विद्युत उत्पादन का कार्य शुरू किया जाए। नई सिंचाई परियोजनाओं के लिए विभाग की स्थापना और योजना बजट बनाया जाए। इंजीनियरों और अन्य रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए ताकि इस परियोजना को गतिशील बनाया जा सके।
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