जेलर पर गोली चलाने के मामले में साक्ष्य के अभाव में शूटर आशीष को गिरिडीह कोर्ट ने किया बरी, आर्म्स एक्ट में सुनाई सात साल की सजा, अमन साहू गैंग का मुख्य शूटर है आशीष साहू
जांच के दौरान जेलर ने आशीष साहू को पहचानने से किया इंकार
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गिरिडीह। गिरिडीह जेल के तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर गोली फायरिंग के आरोपी आशीष साहू को गिरिडीह के अपर जिला सत्र न्यायाधीश राजेश बग्गा की कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव मे बरी कर दिया। हालाँकि आर्म्स एक्ट के आरोप में आशीष साहू को 7 साल की सजा सुनाने के साथ ही 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। आशीष साहू फिलहाल गिरिडीह जेल में ही बंद है। विदित हो कि आशीष साहू झारखंड के चर्चित अमन साहू गैंग का शूटर है और देवघर के मरगोमुंडा गांव का रहने वाला है। तीन साल पूर्व आशीष साहू ने तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर कोर्ट से जेल जाने के क्रम पर गोली चलाई थी। गोली चलाने के बाद आशीष साहू फ़रार हो गया था। मामले में जब मुफ्फसिल थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो खुद जेलर प्रमोद कुमार ने ही उसे पहचानने से इंकार कर दिया। लिहाजा, साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने आरोपी को बरी कर दिया। हालांकि आर्म्स के साथ गिरफ्तारी होने के कारण आशीष को आर्म्स एक्ट के तहत सजा सुनाई गई है।
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