स्थानीय पारिस्थितिकी और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के अभिव्यक्ति फाउंडेशन कर रहा सतत प्रयास
देसी बीज के संरक्षण-संवर्धन के लिए निकाली गई स्थानीय बीज यात्रा


गिरिडीह : सतत कृषि और पारिस्थितिकी संरक्षण की दिशा में गिरिडीह की स्वयंसेवी संस्था लगातार काम कर रही है. इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए अभिव्यक्ति फाउंडेशन की ग्रीन एवोल्यूशन टीम ने वेल्टहंगरहिल्फे, जर्मनी के सहयोग से तीन चरणों में आयोजित किए जाने वाले सामुदायिक बीज यात्रा अभियान के पहले चरण का सफल आयोजन किया। इसका आयोजन गिरिडीह की सीमा क्षेत्र के पास देवघर ज़िले के देवीपुर प्रखंड में किया गया. इस पहल का उद्देश्य स्थानीय बीजों के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना और स्थानीय पारिस्थितिकी एवं स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

यह अभियान बसुलिया, भगवानपुर और ततकियो जैसे गाँवों में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 1,000 किसान परिवारों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने सामूहिक बीज यात्रा की, जिसमें स्थानीय बीजों के महत्व पर चर्चा करते हुए समुदाय स्तर पर अनुभव और ज्ञान साझा किया गया।
हमारा उद्देश्य किसानों को पारंपरिक और पर्यावरण-अनुकूल बीजों की ओर वापस लाना
अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्ण कांत ने कहा कि यह अभियान समुदायों को उनकी कृषि विरासत को संरक्षित करने की दिशा में सशक्त बनाने का प्रयास है।
इस अभियान का नेतृत्व ग्रीन एवोल्यूशन परियोजना समन्वयक अमित दीप मिश्रा ने किया, जिसमें मुख्यत: टीम के अन्य साथियों अभिषेक शर्मा, श्निधि जोशी, अनींदिता कुंडू, उदय कुमार, रूपा कुमारी, टहलू मंडल और मनोज कुमार यादव का पूर्ण सहयोग रहा।
टटकियो में अभियान के समापन पर आयोजित संवाद सत्रों में किसानों ने स्थानीय बीजों को अपनी कृषि पद्धतियों में एकीकृत करने के अनुभव साझा किए और सतत व स्वस्थ भविष्य के लिए रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।

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