भाजपा ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर किया सेमिनार का आयोजन, लोकतंत्र रक्षकों को किया सम्मानित
कांग्रेस के शासनकाल में आपातकाल भारत के लोकतंत्र पर काला धब्बा: बाबूलाल मरांडी


गिरिडीह। भाजपा द्वारा सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में भाजपा बुधवार को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जमुआ विधायक मंजु कुमारी, जिप अध्यक्षा मुनिया देवी, पूर्व मंत्री चन्द्रमोहन प्रसाद, पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, पूर्व विधायक प्रो0 जय प्रकाश वर्मा, पूर्व विधायक शुक्र रविदास, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चुन्नूकांत, दिनेश यादव, दिलीप वर्मा, प्रकाश सेठ, नुनूलाल मरांडी, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, पूर्व जिलाध्यक्ष विनय शर्मा, विनय सिंह उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान आपातकाल के दौरान जेल गए लोकतंत्र सेनानियों और शहीदों के परिजनों को भाजपा की ओर से सम्मानित किया गया। साथ ही किसी कारणवश कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके लोकतंत्र सेनानियों और शहीदों के परिजनों को उन्हें उनके घर जाकर सम्मानित करने की घोषणा की गई।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 25 जून 1975 में लगाए गए आपातकाल भारत के लोकतंत्र पर काला धब्बा है। आपातकाल के समय देश में संविधान, न्याय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटा गया था, जिससे देश गंभीर संकट में चला गया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की कड़ी शब्दों में आलोचना करते हुए दावा किया कि भाजपा ने जैसे उस वक्त आपातकाल के संकट से देश को उबारा था। ठिक उसी तरह से वर्तमान में भी कांग्रेस से देश को बचाने का काम किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने युवाओं से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सजग और सक्रिय रहने की अपील की।

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