Nav Bihan
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औद्योगिक क्षेत्र में मोंगिया के नए प्लांट का भारी विरोध, प्लांट नहीं लगाने देने की बात पर अड़े ग्रामीण

गुस्साए ग्रामीणों ने प्रदूषण नियंत्रण परिषद की जनसुनवाई में हंगामा, बैरंग लौटे अधिकारी

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गिरिडीह : औद्योगिक क्षेत्र में वर्षो से प्रदूषण की मार झेल रहे ग्रामीणों के सब्र का बाँध अब टूटने लगा है. इसकी बानगी शुक्रवार को मोंगिया के नए प्लांट को लगाने के लिए आयोजित जन सुनवाई में देखने को मिली. जन सुनवाई में गिरिडीह औद्योगिक इलाके के लोगों ने नए प्लांट का खुलकर विरोध किया. प्रदूषण विभाग की जनसुनवाई कार्यक्रम में इसे लेकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. जनसुनवाई में मौज़ूद अधिकारियों और मोंगिया ग्रुप के मालिक गुणवन्त सिंह को ग्रामीणों ने खूब खरी – खोटी सुनाई.

झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद द्वारा मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर स्थित दुर्गा माता मंदिर स्कूल प्रांगण में शुक्रवार को जनसुनवाई का आयोजन किया गया था. इस जनसुनवाई में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने प्रदूषण नियंत्रण परिषद के अधिकारियों के सामने खूब नारेबाजी की. ग्रामीणों ने साफ कहा कि वे प्रस्तावित डीआरआई प्लांट किसी भी हाल में नहीं लगने देंगे. ग्रामीणों का रुख देखते हुए प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया, उनकी शिकायतों को नोट किया और वहां से बैरंग लौट गए.

मोंगिया पावर प्लांट लिमिटेड द्वार प्रस्तावित है डीआरआई प्लांट

दरअसल, गिरिडीह सदर प्रखंड के चतरो मौजा में मेसर्स मोंगिया एंड पावर प्लांट लिमिटेड द्वारा स्पंज आयरन यूनिट की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने, डीआरआई कीलन स्थापित करने, इंडक्शन फर्नेस के साथ री-हीटिंग फर्नेस, टीएमटी बार प्रोडक्शन के लिए रोलिंग मिल और 25 मेगावाट का एक कैप्टिव पवार प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव है. इसके मद्देनजर प्रदूषण नियंत्रण परिषद द्वारा पर्यावरणीय लोक सुनवाई का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में परिषद मुख्यालय से आए आशुतोष (पर्यावरण अभियंता) के अलावा कई पदाधिकारी और मोंगिया समूह के चेयरमैन गुणवन्त सिंह मौज़ूद थे.

जनसुनवाई के दौरान पदाधिकारियों ने स्थानीय लोगों से राय मांगी. इस दौरान मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा कि यहां डीआरआई स्पॉज प्लांट नहीं लगेगा. लोगों का कहना था कि यहां के लोग प्रदूषण से परेशान हैं. बच्चे दिव्यांग पैदा ले रहे हैं, जमीन बंजर हो चुकी है, लोग बीमार हो रहे हैं. अब क्या लोग इस इलाके से ही भाग जाए.

कार्यक्रम के दौरान मौजूद मोंगिया स्टील के निदेशक गुणवंत सिंह ने विरोध जता रहे ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया. पर ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी, बल्कि उन्हें बोलने से रोक भी दिया. ग्रामीणों ने उन्हें खूब खरी-खोटी भी सुनाई.

झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के पर्यावरण अभियंता आशुतोष ने कहा कि जनता से राय ली गई है. सभी ने कहा है कि फैक्ट्री के कारण इस क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है और लोगों का जीना मुहाल हो गया है. जनता की बातों को नोट किया गया है. वहीं उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा है कि यहां पर डीआरआई प्लांट नहीं लगना चाहिए. इस बात को नोट किया जाए और यही रिपोर्ट आगे भेजी जाए.

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