भुमाफियाओं से खंडोली को बचाने पूर्ण समाधि लेने खंडोली डैम में उतरे जेएलकेएम नेता और मुखिया
बेंगाबाद पुलिस ने काफी मशक्कत से निकाला बाहर, कई ग्रामीण भी थे शामिल


गिरिडीह। गिरिडीह की प्यास बुझाने वाले खंडोली डैम को प्रदुषण रहित रखने और उसके जमीन को भूमाफियाओं से बचाने की मांग को लेकर खंडोली बचाओं अभियान के तहत आंदोलनरत स्थानीय मुखिया और जेएलकेएम नेताओं ने सोमवार को खंडोली डैम में जल समाधि लेने का प्रयास किया, लेकिन समय रहते मौके पर पहुंची बेंगाबाद पुलिस ने उन्हें डैम से बाहर निकाल लिया। हालांकि आंदोलन के दौरान जेएलकेएम के केन्द्रीय संगठन सचिव नागेन्द्र चन्द्रवंशी, मधवाडीह पंचायत के मुखिया सिद्दीक अंसारी, जेएलकेएम के अर्जुन मंडित, अजय दास सहित अन्य लोगों के द्वारा जल समाधि लेने की घोषणा किए जाने के बाद से ही बेंगाबाद थाना पुलिस अलर्ट मोड में थी। वहीं दो दिन पूर्व से ही उक्त लोगों को पुलिस तलाश कर रही थी। सोमवार को जैसे ही तय समय पर जब जेएलकेएम नेता सहित अन्य लोग बरियारपुर स्थित खंडोली तट पर पहुंचे और वैसे ही बेंगाबाद थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए। इस बीच जेएलकेएम नेता नागेंद्र चंद्रवंशी, सिद्दीक अंसारी, अर्जुन पंडित, अजय दास समेत कई स्थानीय ग्रामीण जिसमें कई महिलाएं भी शामिल थी, खंडोली डैम में जल समाधि लेने के लिए उतर गए। वहीं पुलिस जवान उन्हें बचाने के लिए दौड़े इस दौरान और काफी मशक्कत से सभी को बाहर निकाला।


उसरी नदी के समान होगा खंडोली डैम का हाल: नागेन्द्र चन्द्रवंशी
मौके पर जेएलकेएम नेता नागेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि जिस प्रकार से भूमाफिया प्रशासनिक तंत्र के साथ मिली भगत कर खंडोली डैम की अधिग्रहित जमीन को बैचने का काम कर रही है और उस जमीन पर प्लांट खोले जा रहे है वो दिन दूर नही की खंड़ोली डैम का भी हर्ष उसरी नदी के तरह ही होगा। कहा कि अब भी स्थानीय जनता और जिला प्रशासन नही जागी तो खंडोली डैम का बहुत ही बुरा हर्या होने वाला है।
अब भी सरकार व प्रशासन नही हुई गंभीर तो 500 ग्रामीण लेंगे जल समाधि
वहीं मुखिया सिद्दीक अंसारी ने कहा कि प्रशासन खंडोली डैम का सीमांकन कराने से भाग रही है। कहा कि डैम का सीमांकन हो जाने से सारी समस्या का समाधान हो जायेगा, लेकिन बेंगाबाद अंचालाधिकारी व जिला प्रशासन डैम से जुड़े किसी भी दस्तावेज होने से साफ मना कर रही है जो भूमाफियाओं के द्वारा रची गई एक बड़ी साजिश प्रतित होती है। उन्होंने कहा कि मधवाडीह पंचायत सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले लोगों की जमीन खंडोली डैम के लिए अधिग्रहित की गई थी, जिसे बचाने के लिए हमसभी किसी भी हद तक जा सकते है। कहा कि अगर जिला प्रशासन या सरकार इस मामले को गंभीरता से नही लेती है तो आने वाले समय में पांच सौ ग्रामीण जल समाधि लेंगे।

Comments are closed.