Nav Bihan
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बाल संरक्षण और अधिकारों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समितियों व सभी हितधारकों ने की शिरकत, बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा

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गिरिडीह : स्वयंसेवी संस्था अभिव्यक्ति फाउंडेशन द्वारा सीसम कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समितियां और हित भागीं विमर्श पर समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में परियोजना अंतर्गत अभिव्यक्ति फाउंडेशन और सामाजिक परिवर्तन संस्थान के कार्यक्षेत्र गांवा और तिसरी के 26 गांवों से 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिनमें अभिभावक, बच्चे, पंचायत प्रतिनिधि, शिक्षक और विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे.कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथि बाल कल्याण समिति, गिरिडीह की अध्यक्ष पूजा सिन्हा, चाइल्डलाइन की जिला समन्वयक सुनीता कुमारी, बाल कल्याण समिति सदस्य संतोष गुप्ता, बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने संयुक्त रूप से किया.

इस अवसर पर अभव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्णकांत ने सीसम परियोजना के अंतर्गत बाल संरक्षण के प्रयासों और रिस्पांसिबल माइका इनीशिएटिव तथा विभिन्न विभागों के सहयोग से बाल मजदूरी प्रभावित परिवारों के बीच संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया. उन्होंने बताया शिक्षा स्वास्थ्य आजीविका और सरकारी योजनाओं तक पहुंच के प्रयासों के द्वारा ढिबरा क्षेत्र में बाल मजदूरी प्रभावित परिवारों के साथ अभिव्यक्ति फाउंडेशन और सामाजिक परिवर्तन संस्थान अपने क्षेत्र के 26 गांवों में सघन प्रयास कर रही है. इस कार्य में स्थानीय विद्यालय, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिनके संयुक्त प्रयास से लगभग 2000 बच्चों के बीच उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं. इन प्रयासों का परिणाम है कि आज इन बच्चों और उनके परिवारों की स्थिति में काफी सुधार लाया गया है.

कार्यक्रम में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए बाल मंच के बच्चों ने मूक अभिनय (माइम), नाटक, गीत नृत्य आदि रंगारंग कार्यक्रमों आकर्षक प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. कार्यक्रम प्रबंधक प्रबोध नायक ने कार्यक्रम के अंतर्गत अब तक कि मुख्य उपलब्धियों की जानकारी सभी के साथ साझा की. कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले सभी बच्चों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं व्यक्त की गई.

इस मौके पर आगंतुक अतिथियों ने अपने विचार भी व्यक्त किए. बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश शक्ति ने कहा कि संस्थाओं और आर एएम आई के इस प्रयास से क्षेत्र में बालिका शिक्षा और बाल विवाह नियंत्रण में काफी मदद मिली है.

मौके पर उपस्थित चाइल्डलाइफ कोऑर्डिनेटर ने कहा कि चाइल्डलाइन हमेशा बच्चों के अधिकार और संरक्षण को लेकर के प्रतिबद्ध है और इस तरह के कार्यक्रम के साथ में जुड़ाव से हम जिले में बाल संरक्षण के प्रयासों को और मजबूत कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन का नंबर 1098 साझा करते हुए सभी से आग्रह किया की विशेष परिस्थिति में पड़े हुए बच्चों की मदद के लिए इस नंबर पर अवश्य कॉल करें.

सामाजिक परिवर्तन संस्थान के सचिव उमेश तिवारी ने क्षेत्र में शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही कार्यक्रम का सफल संचालन हो पाया है और हम इस क्षेत्र में कमजोर आश्रित परिवारों के बीच बाल मजदूरी के उन्मूलन और बच्चों के बेहतर जीवन के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. बाल ज्ञान समिति के सदस्य संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि ऐसे प्रयास जिला स्तर पर बच्चों के अधिकार और संवेदनशील समाज के बीच में संतुलन का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत करते हैं और इसी तरह से आगे सभी को साझा सहयोग करने की आवश्यकता है.

बाल कल्याण समिति, गिरिडीह की अध्यक्ष पूजा सिन्हा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि संस्थाओं की मजबूत स्थिति से हमें जिले में बाल संरक्षण और बाल अधिकारों को और अधिक प्रोत्साहित करने में मदद मिलती है और हम आशा करते हैं कि समाज के सभी वर्ग इसमें बढ़-चढ़कर आगे बढ़ेंगे. उन्होंने बाल विवाह के उन्मूलन और बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए उपस्थित जनों से आग्रह किया.

कार्यक्रम का संचालन आलोक रंजन ने किया और धन्यवाद अभिव्यक्ति फाउंडेशन की ओर से रूपम राय द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित पांडे, उमेश कुमार दास, मनोज कुमार दास, जितेंद्र कुमार, रवि कुमार सहित सभी वालंटियर, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति सदस्यों, शिक्षकों, पंचायत प्रतिनिधियों सहित अभिभावकों का विशेष योगदान रहा.

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