बराकर व खंडोली के बाद अब उसरी जल प्रपात की बदलेगी तस्वीर, मंत्री ने किया शिलान्यास
करीब दस करोड़ की लागत से उसरी जलप्रपात को ईको-पर्यटन स्थल के रूप में किया जायेगा विकसित

गिरिडीह। झारखंड सरकार के कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य, नगर विकास एवं आवास, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार के द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने को लेकर कई सार्थक पहल किए जा रहे है। बराकर नदी तट पर इको पार्क व खंडोली के सोंदर्यकरण योजना के बाद गिरिडीह के प्रसिद्ध उसरी जलप्रपात को भी ईको-पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की गई है। शनिवार को उसरी जल प्रपात में ही करीब 10 करोड़ की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशीला रखी गई। मंत्री सुदिव्य कुमार ने विधिवत् रूप से योजना का शिलान्यास किया।



मौके पर उपायुक्त रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत यशवंत बिस्पुते, डीएफओ पूर्वी मनीष तिवारी, एसडीपीओ जीतवाहन उरांव सहित कई प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावे झामुमो के जिलाध्यक्ष सह बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह उपस्थित थे।

शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि उसरी जलप्रपात के सौंदर्यीकरण और विकास से न केवल गिरिडीह जिले की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगी, बल्कि राज्य में पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देशभर से पर्यटक यहां आकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे।

बताया गया कि योजना के अंतर्गत उसरी जल प्रपात में पार्किंग जोन, भव्य प्रवेश द्वार, बच्चों के लिए खेल पार्क, जलप्रपात के बीचों-बीच चार मंजिला वॉच टावर, पर्यटकों के ठहरने के लिए कॉटेज सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। परियोजना के पूर्ण होने से क्षेत्र का समग्र विकास होगा तथा करीब 100 स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

कार्यक्रम में झामुमो के जिला सचिव महाकाल सोरेन, उपाध्यक्ष शाहनवाज अंसारी, महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह, दिलीप रजक समेत पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के अलावे काफी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।
