नवजीवन नर्सिंग होम में हुए हंगामा मामले को लेकर चिकित्सकों ने जताई चिंता
प्रेसवार्ता कर कहा कि ऐसी परिस्थिति बनने पर दूसरे मरीजो के इलाज में भी होती है परेशानी


गिरिडीह। शहर के नवजीवन नर्सिंग होम में मंगलवार की शाम को इलाज कराने आए मरीज के परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने के मामले को लेकर चिकित्सकों ने चिंता व्यक्त की है। डॉक्टरों ने एक स्वर में कहा कि शोर-शराबे और अफरा-तफरी के माहौल में किसी भी मरीज का समुचित इलाज संभव नहीं है। बुधवार को नवजीवन नर्सिंग होम में ही आईएमए के पदाधिकारियों ने ऐसी घटनाओं की निन्दा की है।
मौके पर उपस्थित डॉ. रियाज़ अहमद सहित अन्य चिकित्सकों ने मीडिया के माध्यम से जनता से अपील की कि डॉक्टर और मरीज एक ही टीम का हिस्सा हैं, और किसी भी मरीज़ को बाहर रेफर करना उसके हित में लिया गया निर्णय होता है, न कि टालने की कोशिश। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल परिसर में शांति नहीं रहेगी तो अन्य मरीजों की जान को भी खतरा हो सकता है। कहा कि यदि भय और दबाव के माहौल में चिकित्सा करनी पड़ेगी, तो इसका असर हर मरीज पर पड़ेगा। भविष्य में डॉक्टर गंभीर केस भी लेने से हिचक सकते हैं, जिससे समाज का ही नुकसान होगा।

घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया। इस दौरान विशेष रूप से डीएसपी कौशर अली की तत्परता की सराहना की गई।

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