Nav Bihan
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गांवा के उमवि के एसएमसी अध्यक्ष पर एमडीएम की 3.51 लाख गबन का लगा आरोप

समिति के खाते से युपीआई ट्रांजेक्शन के द्वारा दूसरे खाते में ट्रांसफर किए गए रूपये खाता अपडेट कराने के बाद स्कूल के प्रधानाचार्य ने किया मामले का उद्भेदन, बुलाया बैठक अध्यक्ष ने आरोप को बताया बेबूनियाद, कहा प्रधानाचार्य के कहने पर निकाले रूपये

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गिरिडीह। जिले के गावां प्रखंड स्थित हरिजन टोला गदर में संचालित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के एसएमसी अध्यक्ष करमनी यादव द्वारा विद्यालय के सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के खाते से 3 लाख 51 हजार रुपये का अवैध निकासी का मामला सामने आया है। अवैध निकासी में माल्डा इंडियन बैंक की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। अध्यक्ष द्वारा मध्याह्न भोजन मद से निकासी की गई राशि का खुलासा तब हुआ जब विद्यालय के प्राधानाचार्य हरि पंडित माल्डा इंडियन बैंक में शनिवार को खाता अपडेट कराने गए। खाता अपडेट कराने के बाद पता चला कि तीन क़िस्त में विद्यालय के खाते से युपीआई ट्रांजेक्शन के द्वारा अध्यक्ष करमनी यादव ने साढ़े तीन लाख रुपए अपने परिचित और स्वयं के खाते में ट्रांसफर कर लिया है। मध्याह्न भोजन मद से इतनी बड़ी राशि के अवैध हस्तांतरण की जानकारी मिलने के बाद विद्यालय के प्राधानाचार्य ने मामले की जानकारी एसएमसी व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को देकर आपात बैठक बुलाई। बैठक में अवैध निकासी के आरोपी अध्यक्ष अनुपस्थित रहें।

इधर बैठक में खाते से पैसे निकाले जाने का लोगों ने विरोध करते हुए मामले की लिखित जानकारी बीईईओ तितुलाल मंडल को देने और मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अध्यक्ष व सरस्वती वाहिनी संचालन समिति के खाते का एटीएम निर्गत करने वाले बैंक कर्मी पर कार्रवाई की मांग की। बताया गया कि एसएमसी अध्यक्ष करमनी यादव के द्वारा वर्ष 2022 में भी मध्याह्न भोजन मद से एक लाख की अवैध निकासी कर ली गई थी। उस वक्त एसएमसी के सदस्यों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद अवैध निकासी की गई राशि को अध्यक्ष ने एसएमसी के खाते में वापस जमा करवा दिया था।

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इधर एसएमसी के अध्यक्ष करमनी यादव ने कहा कि प्रधानाध्यापक के आदेश से ही उन्होंने पैसे की निकासी की है और इन पैसों को वे विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खाते में ट्रांसफर भी किया है। प्रधानाध्यापक ने उनसे यह कह कर पैसे निकलवाए कि उन्हें विद्यालय के भवन का निर्माण करना है। वहीं पूर्व में हुई पैसों की निकासी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पिछले बार भी वह प्रधानाध्यापक को ही पैसे दिए थे, लेकिन उस समय नगद देने के कारण मेरे पास कोई सबूत नहीं था। लेकिन इस बार मेरे पास सबूत है और वह जब वापस आएंगे तो फिर सभी को दिखा पाएंगे।

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