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कोडरमा सीट को लेकर इंडी गठबंधन में तकरार, दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं जयप्रकाश

विनोद सिंह गठबंधन नहीं, भाकपा माले के प्रत्याशी - जयप्रकाश वर्मा

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आलोक रंजन

 

गिरिडीह : कोडरमा लोक सभा सीट को लेकर इंडी गठबंधन में दरार साफ दिख रही है और गठबंधन टूटने के कगार पर है. इस सीट पर भाकपा माले ने विनोद सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, साथ ही ये भी कहा है कि विनोद सिंह गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर ही चुनाव लड़ेंगे. इधर गांडेय के पूर्व विधायक और कोडरमा सीट से झामुमो के प्रबल दावेदार जयप्रकाश वर्मा इस सीट पर अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि विनोद सिंह के नाम की घोषणा भाकपा माले ने की है, वे गठबंधन के प्रत्याशी नहीं हैं, बल्कि विनोद सिंह भाकपा माले के प्रत्याशी हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन ने विनोद सिंह के नाम की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है. ऐसे में उन्हें पूरा भरोसा है कि वे ही झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर गठबंधन के प्रत्याशी होंगे.

सन्मार्ग से बात करते हुए जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो ढाई वर्षों पूर्व ही उनसे वादा किया था कि वे ही कोडरमा से चुनाव लड़ेंगे, ऐसे में उन्हें भरोसा है कि हेमंत सोरेन के वादे का पार्टी मान रखेगी. श्री वर्मा ने कहा कि उन्होंने जब भाजपा को छोड़ झामुमो ज्वाइन करने का निर्णय लिया था, तभी उनकी बात तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हुई थी और तभी हेमंत सोरेन ने कहा था कि कोडरमा लोकसभा सीट से उन्हें जिस तरह के प्रत्याशी की खोज थी, वो पूरी हुई. श्री वर्मा ने दावा किया कि तभी हेमंत सोरेन ने कहा था कि कोडरमा सीट से वे ही झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी होंगे. उन्होंने कहा कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि, शिक्षा – दीक्षा, क्षेत्र के लोगों के बीच उनकी पकड़, ये सभी फैक्टर्स मिल कर उन्हें कोडरमा लोक सभा का सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार बनाते हैं.

गिरिडीह स्थित अपने आवास पर सन्मार्ग से बात करते हुए प्रोफेसर जयप्रकाश वर्मा अपनी दावेदारी को लेकर जिस तरह अडिग दिखे, उससे ये साफ़ है कि इंडी गठबंधन में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है. कोडरमा लोक सभा सीट को लेकर चल रही इस तकरार से इंडी गठबंधन का कुनबा झारखण्ड में कभी भी बिखर सकता है. करीबी सूत्रों की मानें तो प्रोफेसर साहब इन दिनों जिस तेवर में हैं, उससे ये कहा जा सकता है कि वे कोडरमा लोक  सभा सीट से चुनाव तो लडेंगे, अब निर्णय पार्टी को करना है कि वे झामुमो के सिम्बल से चुनाव लडेंगे या फिर निर्दलीय.

कोडरमा लोक सभा सीट पर छाये असमंजस के बादल एक दो दिनों में छंट जायेंगे और इसके साथ ही इंडी गठबंधन का झारखण्ड में भविष्य भी तय हो जाएगा.

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