एक और फैक्ट्री के खिलाफ गोलबंद हुए ग्रामीण, मुर्गी दाना फैक्ट्री की आड़ में सरकारी भूमि कब्जा करने का आरोप
लंगटा बाबा एग्रो प्रबंधन का आरोपों से इनकार, कहा रैयती भूमि पर किया जा रहा कार्य
गिरिडीह: पिछले कुछ दिनों से गिरिडीह का औद्योगिक इलाका सुर्ख़ियों में है. पहले ग्रामीणों ने एक जनसुनवाई में बवाल काटा तो अब लंगट बाबा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड पर मुर्गी दाना फैक्ट्री बनाने के नाम पर सरकारी भूमि कब्जा करने का आरोप लगा है. इस मामले को लेकर ग्रामीण गोलबंद हो गए हैं और शनिवार को उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया और जम कर नारेबाजी की. सदर प्रखंड के गादी श्रीरामपुर पंचायत के ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री संचालकों के द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है. इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों के द्वारा गिरिडीह के स्थानीय सांसद, विधायक, भू राजस्व के सचिव, डीसी, प्रमुख, उप प्रमुख सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों को को पत्र लिखा गया है.
इस पूरे मामले पर सदर प्रखंड के उप प्रमुख कुमार सौरव और स्थानीय पंचायत समिति सदस्य शुभांकर गुप्ता ने कहा कि मौजा गादी श्रीरामपुर में 3.35 एकड़ भूमि है जो खतियान में गैरमजरुआ दर्ज है. उक्त जमीन गादी श्रीरामपुर मोहनपुर मुख्य मार्ग नया पावर हाउस के सामने स्थित है. जमीन पर श्री लंगटा बाबा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बल पूर्वक निर्माण कार्य किया जा रहा है. इससे पहले भी निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिए 23 अगस्त को अंचल आधिकारी के समक्ष आवेदन दिया गया लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई. अब उक्त जमीन पर 18 सितम्बर से फिर से निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया गया है. ग्रामीणों द्वारा इस निर्माण कार्य का विरोध करने पर उन्हें झूठे मुक़दमे में फंसा देने की धमकी भी दी जा रही है.
प्रबंधन का आरोपों से इनकार
इधर इस प्रकरण में श्री लंगटा बाबा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन खुद को बिलकुल पाक-साफ़ बता रहा है. प्रोजेक्ट हेड आशुतोष पांडे ने कहा कि रैयती भूमि पर डीवीसी का पैनल रूम बनाया जा रहा है. जिस भूमि पर पैनल रूम बन रहा है उस भूमि की जमाबंदी कायम है और रसीद भी कटती है. वहीं जिस भूमि को सरकारी भूमि बताया जा रहा है वह भूमि गैर मजरूआ खास है. उस भूमि की भी जमाबंदी कायम है और रसीद भी कटा हुआ है. कुछ लोग जानबूझकर परेशान कर रहे हैं.
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