Nav Bihan
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मकरसंक्रांति के अवसर पर बराकर नदी तट पर आयोजित खिचड़ी मेला में उमड़ी भीड़

लोगों ने नदी में स्नान व पूजा अर्चना के बाद मिट्टी के बर्तन में बनाई खिचड़ी

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गिरिडीह। मकर संक्रांति के मौके पर उत्तरवाहिनी बराकर नदी के तट पर खिचड़ी मेला का आयोजन किया गया। मेला में जिले के दूर दूर क्षेत्र से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और मेला का लुत्फ उठाया। इस दौरान उनके द्वारा मिट्टी के बर्तनों में खिचड़ी बनाया गया और परिवार के सदस्यों के साथ खाया। वहीं नदी तट पर स्थित शिव मंदिर में भी पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।

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गौरतलब है कि खिचड़ी मेला को देशज मेला के नाम से भी जाना जाता है जिसका धार्मिक महत्व भी है और इस मेले के पीछे एक ऐतिहासिक परंपरा भी है। कहते हैं कि राजतंत्र काल में पालगंज राज्य में हैजा फैल गया था, जिसके बाद राजा ने बराकर नदी के तट पर स्थित चंपानगर में उप राजधानी बनाई थी। तब से यहां मकर संक्रांति के अवसर पर मेला आयोजित किया जाता है। यह मेला स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो उनकी संस्कृति और परंपरा के साथ आस्था और विश्वास को भी प्रदर्शित करता है।

लोगों की माने तो प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के दूसरे दिन भव्य खिचड़ी मेला का आयोजन किया जाता है। यहां दूर दूर से लोग आते हैं और बराकर नदी में स्नान व पूजा अर्चना के बाद मिट्टी के बर्तन में खिचड़ी बना कर खाते हैं। लोगों की माने तो देश भर के लोग जिस प्रकार से गंगा स्नान करते हैं, ठीक वैसे ही स्थानीय लोगों के लिए बराकर नदी को भी गंगा मान कर स्नान करते है।

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