बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को लेकर जन संवाद कार्यक्रम
बाल विवाह के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है झारखंड, जिलों में गिरिडीह का स्थान चौथा
गिरिडीह : बनवासी विकास आश्रम, गिरिडीह के द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सहयोग से बाल विवाह, बाल तस्करी एवं बाल यौन शोषण विषयक जिला स्तरीय जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्णकांत, सामाजिक परिवर्तन संस्थान के सचिव उमेश तिवारी, बनवासी विकास आश्रम की अध्यक्ष सुजाता, चाईल्ड हेल्पलाइन कोर्डिनेटर सुनीता जी, बचपन बचाओ आंदोलन की जिला समन्वयक अंजली जी एवं बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने दीप प्रज्वलित कर किया।
जन संवाद कार्यक्रम में पैनल डिस्कशन तथा ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से कई बातें उभर कर सामने आईं। सबों का मानना था कि इस महती कार्यक्रम को सुचारू रूप से जरी रखने के लिए ज़रूरी है कि चुनाव के दौरान जिला बाल संरक्षण ईकाई को चुनावी ड्यूटी से दूर रखा जाये। साथ ही बाल विवाह की अगर बात करें तो इसके प्रमुख कारकों में लोगों में जागरूकता की कमी, सामाजिक मान्यता, बाल संरक्षण के कानून पर लोगों में जानकारी की कमी, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की कमी आदि अहम मुद्दे निकल कर आये। निष्कर्ष यह निकला कि सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनों को आपसी समन्वय बनाना होगा, समुदाय स्तर पर जागरूकता, मुखिया को पंचायत की जिम्मेदारी लेना, जिला स्तरीय बच्चों का समूह बनाना एवं ग्राम सभा में बाल संरक्षण के मुद्दों पर चर्चा करना।
जनसंवाद के बाद एक समूह चर्चा का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम बाल संरक्षण समिति को सशक्त करना,बाल मंच का गठन एवं संचालन,विधालय स्तर पर बाल विवाह एवं बाल संरक्षण से संबंधित मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाना, बच्चों को बाल विवाह से संबंधित कानूनी जानकारी मुहैया कराना, वंचित बच्चों को विद्यालय से जोड़ना आदि मुद्दे निकल कर आये।
कार्यक्रम में मोहनपुर, गादीश्रीरामपुर, जसपुर, मंगरोडीह, धरगुल्ली, तिरला पंचायत के मुखिय, अडवारा के पंचायत समिति सदस्य, झरघट्टा के उपमुखिया, बनवासी विकास आश्रम के सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता, बाल मंच के बच्चे, आरती मरांडी, विवेक कुमार, अनीता कुमारी, नेहा कुमारी,सुरज कुमार, यशोदा कुमारी,सबिता कुमारी के साथ ही बाल मजदूरी से बचाये गये बच्चे छोटू कुमार, दुलारचंद दास, मनोज राय एवं महादेव दास आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन ओमप्रकाश महतो ने धन्यवाद ज्ञापन देकर किया।