कड़ाके की ठंड में प्रशासन का मानवीय कदम, गिरिडीह में जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण और अलाव की व्यापक व्यवस्था

गिरिडीह जिले में कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय नजर आ रहा है। ठंड से प्रभावित जरूरतमंद, असहाय और बुजुर्गों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा लगातार मानवीय कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्री बिनोद कुमार सिंह गिरिडीह मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने वृद्धजनों, जरूरतमंदों और असहाय लोगों के बीच कंबल का वितरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ठंड की वजह से किसी भी गरीब या असहाय व्यक्ति को परेशानी न हो, यह जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों का हाल-चाल जाना और उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली। उन्होंने वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, भोजन व्यवस्था और आवासीय सुविधाओं का भी जायजा लिया, ताकि वृद्धजनों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें सुनिश्चित रूप से मिल सके। साथ ही समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित वृद्धाश्रम के प्रबंधन की जानकारी लेते हुए संबंधित कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।


वहीं दूसरी ओर, गिरिडीह जिला अंतर्गत सभी अनुमंडलों और प्रखंडों में अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में जरूरतमंद और असहाय लोगों के बीच व्यापक स्तर पर कंबल वितरण किया गया। इसका उद्देश्य बढ़ती ठंड से लोगों को सुरक्षित रखना और उन्हें राहत प्रदान करना है।
शीतलहर और लगातार गिरते तापमान को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले में बड़े पैमाने पर अलाव की भी व्यवस्था की गई है। इस विशेष मुहिम के तहत गिरिडीह मुख्यालय के प्रमुख चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन परिसर और खुले स्थानों पर सोने वाले लोगों की बस्तियों में नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही जिले के सभी प्रखंडों में भी व्यापक स्तर पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
प्रखंड मुख्यालयों, पंचायत भवन परिसरों, ग्रामीण हाट-बाजारों, धार्मिक स्थलों के आसपास, मजदूर चौकियों तथा बेघर और दिहाड़ी मजदूरों की अधिक संख्या वाले स्थानों पर लगातार अलाव जलाकर लोगों को ठंड से राहत पहुंचाई जा रही है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक ठंड का प्रकोप बना रहेगा, ताकि कोई भी जरूरतमंद ठंड की वजह से परेशान न हो।
